लखनऊ के रास्ते में मजदूर की मौत, एंबुलेंस ने उतारा, रात भर खुले में पड़ा रहा शव

Smart News Team, Last updated: Wed, 6th Jan 2021, 9:17 AM IST
  • गोंडा से लखनऊ ट्रामा सेंटर ले जाते समय घायल मजदूर की मौत हो गई. जिसके बाद एंबुलेंस ड्राइवर ने मजदूर के शव और उसके भतीजे को बीच रास्ते उतार दिया. मानवता को शर्मसार करने वाली बात है कि मजदूर का शव बिना किसी सुरक्षा के रात भर खुले में पड़ा रहा.
लखनऊ के रास्ते में घायल मजदूर की मौत, एंबुलेंस चालक ने बीच रास्ते उतारा.

लखनऊ. लखनऊ मेडिकल ट्रामा सेंटर ले जाते समय गोंडा के रहने वाले दिहाड़ी मजदूर की मौत लापरवाही के कारण हो गई. लखनऊ जाते समय मजदूर राम सुंदर की तबियत बिगड़ने लगी और उसकी रास्ते में ही मौत हो गई. एंबुलेंस चालक ने मजदूर के शव और उसके साथ भतीजे को रास्ते में ही उतार दिया. जिसके बाद शव पूरी रात खुले में ही पड़ा रहा. मजदूर के भतीजे निबरे ने एंबुलेंस के ड्राइवर और अन्य लोगों से गुहार लगाई लेकिन किसी ने भी उसकी मदद नहीं की.

यूपी के गोंडा जिले का निवासी दिहाड़ी मजदूर राम सुंदर मंगलवार को घायल हो गया था. उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन वहां हालत बिगड़ने पर जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने उसे लखनऊ मेडिकल कॉलेज ट्रामा सेंटर के लिए रेफर कर दिया. लखनऊ जाते समय करनैलगंज के पास मजदूर की हालत बिगड़ने लगी और उसकी जान चली गई. 

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शर्मसार करने वाली बात है कि एंबुलेंस चालक ने मजदूर के शव और उसके भतीजे को बीच रास्ते ही सीएससी करनैलगंज छोड़ दिया. मजदूर के भतीजे ने एंबुलेंस चालक और अन्य कई लोगों से मदद की गुहार लगाई लेकिन किसी ने कोई मदद नहीं दी. 

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शव कई घंटों तक खुले में बिना ढके पड़ा रहा. किसी ने उसे सुरक्षित स्थान पर करने की कवायद तक नहीं की. मानवता को शर्मसार करने वाली इस घटना को लेकर लोगों में आक्रोश भरा है. मृत मजदूर राम सुंदर के परिजनों का कहना है कि या तो उनका शव गोंडा वापस भिजवाया जाए या फिर जो नियम के अनुसार कार्यवाही बनती है वो की जाए.बता दें कि मजदूर का शव अभीतक सीएचसी परिसर में खुले में ही पड़ा रहा. रात में सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर सुरेश चंद्रा से बात की गई तो उन्होनें सीएचसी में शव होने से इनकार किया था. 

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