UP चुनाव: प्रसपा को एक ही सीट मिलने पर शिवपाल का छलका दर्द, अखिलेश ने लगाया मरहम

Mithilesh Kumar Patel, Last updated: Fri, 11th Feb 2022, 8:07 PM IST
  • प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष शिवपाल यादव को सपा गठबंधन की तरफ से एक ही सीट दी गई है. इस पर प्रसपा प्रमुख अपनी सभाओं में दर्द बयां करते सुने जा रहे हैं कि बड़े भाई मुलायम सिंह यादव के कहने पर वो पार्टी के गठबंधन में शामिल हुए. इसको लेकर पूछे गए सवाल के जवाब मे अखिलेश यादव ने कहा है कि….
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के प्रमुख शिवपाल यादव

लखनऊ. प्रगतिशील समाजवादी पार्टी यानी प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल यादव भले ही इन दिनों यूपी के लोगों से अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने के लिए वोट मांग रहे हो मगर वह ज्यादातर चुनावी सभाओं में अपने दिल का दर्द भी बयां करते देखें जा रहे हैं. शिवपाल यादव लोगों से कह रहे हैं कि बड़े भाई मुलायम सिंह यादव की बात मानकर उन्होंने सपा से गठबंधन किया, लेकिन  इस गठबंधन ने उनकी पार्टी के लिए महज एक सीट पर टिकट घोषित किया. उनके कहने का मतलब है कि पार्टी कुर्बान करने के बावजूद भी चाचा शिवपाल को अखिलेश ने केवल महज एक सीट दिया. अब इस पर कई मीडिया के लोग सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से सवाल कर रहे हैं हालांकि उनके सवालों के जवाब में अखिलेश भी दिलचस्प जवाब देते नजर आ रहे हैं.

प्रसपा के अध्यक्ष शिवपाल यादव द्वारा अपनी पार्टी कुर्बान कर सपा गठबंधन से एक सीट मिलने और अब के चुनावी रैलियों में खुलकर चाचा के दर्द वाले बयान से जुड़े एक टीवी चैनल के सवाल का जबाव देते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने जीतने वाले उम्मीदवारों को टिकट देने की बात कही . अखिलेश यादव ने कहा कि यह समय इस बात की चर्चा का नहीं है कि कौन कितना सीट पाया है, समाजवादी पार्टी ने उनको प्रत्याशी बनाने की कोशिश की है, जिनको जीत हासिल हो सके. और इस बार बड़े पैमाने पर जीत होने जा रही है.

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शिवपाल यादव ने सभाओं में कहा था ये

अपने चुनावी जनसभा में प्रसपा अध्यक्ष शिवपाल यादव ने कहा है कि वह अपने बड़े भाई व सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव का बेहद सम्मान करते हैं और उन्हीं के कहने पर सपा गठबंधन का हिस्सा बने थे. शिवपाल ने कहा कि नेताजी कहते थे कि कम से कम 100 सीटें लेना, फिर बोले कम से कम से 200 सीटें लेना लेकिन मैंने तो केवल 100 ही मांगी थी मगर मौजूदा सपा अध्यक्ष अखिलेश ने कहा कि कुछ कम कर दो, तो पहले 65, फिर 45 और फिर 35 कर दी, फिर बोले यह भी ज्यादा है फिर मैंने कहा कि सर्वे करा लो, जितने भी हमारे जीतने वाले लोग हों, उन्हीं को टिकट दे दो. आगे उन्होंने कहा कि हम तो समझते थे कि कम से कम 20 या 25 लोगो को टिकट दे देंगे. शिवपाल दावा करके बैठे थे कि हमारी सूची में सभी जीतने वाले उम्मीदवार हैं. इसी पर उन्होंने कहा कि अगर अखिलेश ने हमारी मान ली होती तो इटावा सदर सीट पर कितना बढ़िया और एकतरफा चुनाव होता. लेकिन जब सपा गठबंधन की तरफ से उम्मीदवारों की सूची निकली, तो प्रसपा के खाते में केवल एक सीट निकली. फिर भी शिवपाल चाहते है कि जो सीट गठबंधन की तरफ से मिली है उस सीट पर उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ी जीत होनी चाहिए.

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