UP Election 2022: कृषि बिल वापस लेकर मोदी ने किसानों का गुस्सा शांत किया, योगी सरकार की ऐतिहासिक वापसी
- यूपी विधानसभा चुनाव 2022 के नतीजों के बाद उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार की ऐतिहासिक वापसी हो रही है. तीन कृषि कानूनों को वापस लेकर नरेंद्र मोदी सरकार ने किसान आंदोलन खत्म करवा कर उत्तर प्रदेश के किसानों का गुस्सा शांत कर दिया. बीजेपी को यूपी चुनाव में इसका फायदा मिला है.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में योगी आदित्यनाथ सरकार की ऐतिहासिक वापसी हो रही है. केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेकर नरेंद्र मोदी सरकार ने किसानों का गुस्सा शांत किया, इसका फायदा यूपी चुनाव में बीजेपी को मिलता दिख रहा है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने इतिहास रच दिया है. योगी यूपी के पहले मुख्यमंत्री होंगे, जो पांच साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद दोबारा सीएम की कुर्सी पर बैठेंगे.
पिछले साल यूपी समेत देशभर में किसान आंदोलन का मुद्दा छाया रहा. पश्चिमी यूपी समेत अन्य इलाकों के किसान केंद्रीय कृषि कानूनों के विरोध में दिल्ली बॉर्डर पर धरने पर बैठे थे. चुनाव घोषणा से पहले मोदी सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की घोषणा कर दी. इस तरह बीजेपी ने किसानों के गुस्से को शांत कर दिया और आंदोलन को खत्म कर दिया. इसका फायदा पार्टी को इस चुनाव में मिल रहा है.
यूपी चुनाव का लाइव अपडेट यहां देखें -
UP Election Result 2022 Live Update: यूपी चुनाव मतगणना रुझानों में बीजेपी को बहुमत
यूपी में बीजेपी भारी बहुमत के साथ वापसी करने जा रही है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि अगर मोदी सरकार कृषि कानूनों को वापस नहीं लेती, चुनाव के नतीजे कुछ और होते. किसान आंदोलन को लेकर पश्चिमी यूपी में किसानों का बीजेपी सरकार के खिलाफ गुस्सा था. मगर चुनाव से पहले केंद्र सरकार ने किसानों को मना लिया.
अमित शाह की जाट पॉलिटिक्स काम आई?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव से पहले दिल्ली में जाट नेताओं के साथ सम्मेलन किया था. उसमें पश्चिमी उत्तर प्रदेश के बड़े जाट नेता शामिल हुए थे. उस दौरान शाह ने वादा किया कि अगर बीजेपी दोबारा सत्ता में आती है तो यूपी में किसानों के फायदे के लिए कई योजनाएं लाई जाएंगी. इसमें गन्ने की फसल की एमएसपी में बढ़ोतरी भी शामिल है.
माना जा रहा है कि किसान आंदोलन से नाराज हुए जाटों को शाह मनाने में कामयाब रहे. अमित शाह के हवाले से ये भी कहा गया कि आरएलडी अध्यक्ष जयंत चौधरी को बीजेपी के साथ होना चाहिए, न कि समाजवादी पार्टी के साथ.
अन्य खबरें
SSC Exam Dates 2022: CGL और CHSL का एग्जाम शेड्यूल आधिकारिक वेबसाइट पर हुआ जारी
IPL 2022: बादशाह और रेमो डिसूजा ने किया लखनऊ सुपरजायंट्स टीम का प्रोमो शूट, उमड़ी भीड़
UPSSC Recuirement: आचार संहिता खत्म होते ही यूपीएसएसएससी पदों पर जल्द होगी भर्ती