UP चुनाव 2022: लखनऊ में वोटरों से ज्यादा वाहन, 5 सालों में 70 हजार बढ़े मतदाता

Sumit Rajak, Last updated: Tue, 15th Feb 2022, 7:43 AM IST
  • राजधानी में जैसे-जैसे वोटर बढ़ते गए, वैसे- वैसे गाड़ियों की संख्या भी बढ़ती गई.आलम यह है कि विधानसभा चुनाव 2022 में मतदाता से ज्यादा वाहन हो गए.जानकारी के अनुसार बीते विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार 70 हजार के करीब बढ़े हैं.लखनऊ में कुल वोटर 38 लाख चार हजार 114 है, जबकि वाहनों की संख्या 39 लाख 12 हजार 189 है,
फाइल फोटो

लखनऊ. राजधानी में जैसे-जैसे वोटर बढ़ते गए, वैसे- वैसे गाड़ियों की संख्या भी बढ़ती गई.आलम यह है कि विधानसभा चुनाव 2022 में मतदाता से ज्यादा वाहन हो गए.जानकारी के अनुसार बीते विधानसभा चुनाव के मुकाबले इस बार 70 हजार के करीब बढ़े हैं.लखनऊ में कुल वोटर 38 लाख चार हजार 114 है, जबकि वाहनों की संख्या 39 लाख 12 हजार 189 है,

अचार संहिता लगने के बाद लखनऊ आरटीयों कार्यालय में करीब 1000 वाहन कम पंजीकृत हुई. वहीं अचार संहिता लगने के बाद यानी आठ दिसंबर से सात फरवरी तक सिर्फ 2535 कारों का रजिस्ट्रेशन हुआ. वाहनों  के कम रजिस्ट्रेशन होने के पीछे दो वजह हैं. पहली चुनाव के दौरान कैश लेकर चलने की समस्या, दूसरी चिप कंडक्टर की कमी से वाहनों का निर्माण कम होना.

यात्रियों के लिए खुशखबरी! ट्रेनों में पेंट्री कार सर्विस शुरू, 120 रुपए में पूरी थाली गरमागरम खाना

लखनऊ में पंजीकृत वाहनों का ब्योरा

दो पहिया वाहन-  25 लाख के पार 

चार पहिया वाहन- 12 लाख के पार 

व्यवसायिक वाहन- 2 लाख के पार

1 लाख ज्यादा वाहन

5 जनवरी 2022 मतदाता सूची में 38 लाख 4 हजार 114 वोटर 

5 जनवरी 2022 लखनऊ में ऑन-रोड 24 मॉडलों में 39,लाख 12 हजार189 वाहन रजिस्टर पहुए.

मतदान के लिए शपथः

आरटीओ कार्यालय में डीएल और वाहन संबंधी आवेदकों को मतदाता की शपथ दिलाएंगे. इसके लिए पत्र भेजा गया. 

आरटीओ प्रशासन राममफेर द्विवेदी ने कहा कि यह बात सही है कि लखनऊ में मतदाता से ज्यादा वाहन पंजीकृत हुओ है.पर इतनी संख्या में वाहन लखनऊ में संचालित नहीं हैं. काफी संख्या में वाहन लखनऊ के बाहर भी चल रहे हैं. इनमें सरकारी वाहन भी काफी संख्या में पंजीकृत हैं.

आरटीओ प्रशासन राममफेर द्विवेदी  ने कहा कि यह बात सही है कि लखनऊ में मतदाता से ज्यादा वाहन पंजीकृत हुओ है.पर इतनी संख्या में वाहन लखनऊ में संचालित नहीं हैं. काफी संख्या में वाहन लखनऊ के बाहर भी चल रहे हैं. इनमें सरकारी वाहन भी काफी संख्या में पंजीकृत हैं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें