लॉकडाउन में फ्री राशन लेने वाले इन लोगों पर योगी सरकार का शिकंजा, वसूलेगी कीमत
- कोरोना महामारी लॉकडाउन के दौरान फ्री राशन लेने वालों की योगी सरकार जांच करने जा रही है. मार्च 2020 से लेकर सितंबर तक अकेले लखनऊ में ही 1.80 लाख राशनकार्ड जारी किए गए हैं. सुविधा संपन्न लोगों ने भी मुफ्त राशन के लिए कार्ड बनवाए हैं.
लखनऊ. देशव्यापी लॉकडाउन में संपन्न परिवारों ने भी सरकारी लाभ लेने के लिए राशनकार्ड बनवाए और मुफ्त राशन लिया है. लखनऊ में मार्च 2020 से लेकर सितंबर तक करीब 1.80 लाख राशनकार्ड जारी किए गए हैं. सरकार ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं और मुफ्त राशन लेने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए हैं. सुविधा संपन्न होने के बावजूद सरकारी लाभ लेने वालों से योगी सरकार कीमत वसूलने की पूरी तैयारी कर चुकी है.
डीएसओ सुनिल कुमार का कहना है कि कोरोना संक्रमण के कारण लगे लॉकडाउन में सरकार ने गरीबों के लिए ऑनलाइन राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की थी. इसमें से अब जिन कार्डधारकों पास चार पहिया वाहन, एसी या जनरेटर है वह सरकारी सुविधा पाने के तय मानकों की सीमा से बाहर हो जाएंगे.
यूपी में दो दिन ड्राई डे, 48 घंटे बियर बार-शराब ठेका, मॉडल शॉप बंद, ये है वजह
साथ ही जिन परिवारों के पास 100 गज का प्लाट, शहरों में वार्षिक आय 3 लाख और गांव में आय लाख होगी उन्हें भी तय मानकों से बाहर माना जाएगा. ऐसे लोगों से सरकारी आदेश के अनुसार कीमत वसूली जाएगी.
दो कांग्रेसी और बसपा का एक बड़ा नेता सपा में शामिल, अखिलेश बोले- सबका स्वागत है
लॉकडाउन के दौरान स्वघोषित आय और आधार कार्ड के आधार पर ऑनलाइन राशन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई थी जिसकी आड़ में कुछ संपन्न लोगों ने भी इसके तहत राशन कार्ड बना लिए थे. अब सरकार इस पर कार्रवाई कर वसूली की योजना बना रही है. साथ ही राशन कार्ड निरस्त करने की भी योजना है.
आजम खान के साथ इतना अन्याय हो रहा है जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते:अखिलेश यादव
अन्य खबरें
दुल्हन बनीं दो बहनों ने सुहागरात पर ससुराल को लूटा, दूल्हों को डबल झटका
पति ने होटल में रेड मारकर आशिक संग रंगरेलियां मनाती बीवी को रंगे हाथ पकड़ा
पहला पति अवैध संबंध के सदमे से मरा, दूसरे ने मोड़ लिया मुंह, प्रेमी के घर गई तो…