BJP की जनसभा में अखिलेश जिंदाबाद के लगे नारे, अपर्णा बोलीं- यादव हूं, सपाइयों से नहीं डरती

Swati Gautam, Last updated: Thu, 3rd Feb 2022, 10:52 PM IST
  • उत्तर प्रदेश चुनाव के चलते गुरुवार को बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव ने बाराबंकी सदर के मोथरी और खजूरगांव में जनसभा की. खजूरगांव में जनसभा में अखिलेश जिंदाबाद के नारे लगने लगे. इस पर अपर्णा यादव नाराज होकर बोलीं की यादव हूं, शेरनी हूं. सपाइयों से डरती नहीं हूं. जंगल का राजा शेर होता है. मगर शिकार शेरनी ही करती है इसलिए मुझे कोई कमजोर न सोचे.
बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव (फाइल फोटो)

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चलते सियासी माहौल गरमाता जा रहा है. कुछ समय पहले ही समाजवादी पार्टी से भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुई पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव की बहू अपर्णा यादव भी अब बीजेपी के प्रचार के लिए चुनावी मैदान में उतर चुकी हैं. गुरुवार को अपर्णा यादव ने बाराबंकी सदर के मोथरी और खजूरगांव में जनसभा की. इस दौरान खजूरगांव की जनसभा में अखिलेश जिंदाबाद के नारे लगने लगे जिसे सुन अपर्णा यादव नाराज होकर बरस पड़ीं और बोलीं की यादव हूं, शेरनी हूं. सपाइयों से डरती नहीं हूं. जंगल का राजा शेर होता है. मगर शिकार शेरनी ही करती है इसलिए मुझे कोई कमजोर न सोचे.

बता दें कि गुरुवार को खजूरगांव में ब्लाक प्रमुख धर्मेन्द्र यादव द्वारा जनसभा का आयोजन किया गया था. इस दौरान अपर्णा यादव ने वोटरों को यूपी चुनाव में भाजपा को जिताने की अपील करते हुए कहा कि जब राजपूतों की सेनाएं युद्ध के लिए निकलती थी तो यादव उनका नेतृत्व किया करते थे. अब समय आ गया है कि पूरी बिरादरी भाजपा का साथ देकर पीएम मोदी और सीएम योगी के हांथो को मजबूत करे. इस दौरान अपर्णा ने भाजपा सरकार की तमाम योजनाओं का जिक्र करते हुए उनकी तारीफ भी की.

बुलंदशहर में अखिलेश-जयंत और प्रियंका गांधी का रोड शो टकराया, नारे-तालियों के बीच अभिवादन

अपर्णा यादव अक्सर भाजपा और योगी सरकार की प्रसंशा करती नजर आती हैं. खजूरगांव में जनसभा के दौरान जनता को संबोधित करते हुए भी बीजेपी नेत्री अपर्णा यादव ने कहा कि सपा के गुंडे भाजपा सरकार में अपनी जान की भीख मांग रहे है. उत्तर प्रदेश को समृद्धशाली प्रदेश बनाने के लिए भाजपा प्रत्याशियों की जीत सुनिश्चित करने का आह्वान किया. इसके बाद अपर्णा यादव ने भिटौली गांव में घर घर जनसम्पर्क कर पेंपलेट बांटते हुए भाजपा के लिए वोट मांगा और गांव की महिलाओं से उनका हाल-चाल पूछा.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें