वाराणसी, मेरठ, आगरा समेत यूपी के सात शहरों में प्रदूषण रोकने की जिम्मेदारी नगर निगम आयुक्त की

Smart News Team, Last updated: Fri, 27th Aug 2021, 12:53 PM IST
  • उत्तर प्रदेश के लखनऊ, मेरठ, कानपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, आगरा और प्रयागराज में नगर निगम वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम करेगा. नगर विकास विभाग ने इन शहरों में नगर आयुक्तों को नोडल अधिकारी बनाया है. इनका मुख्य काम प्रदूषण की रोकथाम के लिए कार्ययोजना तैयार करना है.
वायु प्रदुषण (फाइल फोटो)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सात शहरों में नगर निगम वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए काम करेगा. नगर विकास विभाग ने इन शहरों में नगर निगम के नगर आयुक्तों कों नोडल अधिकारी बनाया है. इनका मुख्य काम प्रदूषण की रोकथाम के लिए कार्ययोजना तैयार करना और फिर उसे जमीनी स्तर पे अमल में लाना होगा. जरूरत पड़ने पर वायु प्रदूषण फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए नगर निगम अधिनियम में गई व्यवस्था के अनुसार उपविधि बनाते हुए लागू करना होगा.

दिन प्रति दिन वायु प्रदूषण की समस्या काफी बढ़ती जा रही है. शहरों में वायु प्रदूषण की समस्या सबसे बड़ी होती जा रही है. खासकर जिन शहर की आबादी 10 लाख से अधिक है उन शहरों में वायु प्रदूषण की समस्या और भी ज्यादा है. प्रदेश में ऐसे शहरों में लखनऊ, मेरठ, कानपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, आगरा और प्रयागराज आते हैं.

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इन शहरों में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए 15 वें वित आयोग में अलग से पैसा भी आवंटित किया गया है. ऐसे शहरों में प्रदूषण की रोकथाम के लिए विशेष रूप से प्रयास करने के निर्देश दिए गए हैं. इन शहरों की सबसे बड़ी समस्या कूड़ा प्रबंधन को लेकर है. कूड़े का सही से निस्तारण न होने की वजह से इन शहरों में वायु प्रदूषण का ग्राफ तेजी से बढ़ा है. नोडल अधिकारी को आदेश दिया गया है की जरूरत के आधार पर कूड़ा प्रबंधन की व्यवस्था की जाए.

वायु प्रदूषण रोकथाम के लिए नगर निगम को लोगों द्वारा खुले स्थान पर कूद फेकने से रोकना होगा. हर हाल में खुले में कूड़ा जलाए जाने पर पुरी तरह से प्रतिबध का पालन करना होगा. साथ ही कूड़ा ले जाने वाली गाड़ियों को कूड़ा ढक कर ले जाना जरूरी करना होगा. शहरों में हर जरूरी जगह पर गीले और सूखे कूड़े के लिए अलग डस्ट्बिन की व्यवस्था करनी होगी. साथ ही प्रति दिन इन डस्ट्बिन से कूड़ा उठाए जाने की व्यवस्था करनी होगी. कूड़ा निस्तारण के लिए प्लांट की संख्या बढ़नी होगी और उसे नियमित चालू करना होगा.

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