मुहर्रम सर्कुलर की भाषा पर विवाद, पुलिस मीटिंग का बॉयकॉट करेंगे मुस्लिम धर्मगुरु

Smart News Team, Last updated: Mon, 2nd Aug 2021, 6:05 PM IST
  • यूपी पुलिस डीजीपी की ओर से जारी मुहर्रम सर्कुलर की भाषा को लेकर शिया धर्म गुरु कल्बे जव्वाद ने नाराजगी जाहिर की है. साथ ही डीजीपी मुकुल गोयल से माफी की मांग की है.
मुहर्रम सर्कुलर की भाषा पर विवाद, मुस्लिम धर्म गुरु का पुलिस मीटिंग बहिष्कार का ऐलान

लखनऊ. कोरोना काल में योगी आदित्यनाथ सरकार ने मुहर्रम 2021 के मौके पर किसी तरह के भी जुलूस-ताजिया या अन्य आयोजन पर रोक लगा दी. यूपी डीजीपी मुकुल गोयल की ओर से यह सर्कुलर जारी किया गया जिसकी भाषा पर अब विवाद हो गया है. इस मामले में शिया धर्मगुरू मौलाना कल्बे जव्वाद ने नाराजगी जाहिर की है. मौलाना कल्बे जव्वाद ने पूरे प्रदेश की मुहर्रम कमेटियों को पुलिस की किसी भी मीटिंग में शामिल नहीं होने का आदेश दिया है.

मौलाना कल्बे जव्वाद ने कहा है कि यूपी पुलिस डीजीपी अपना बयान वापस लें और पत्र को लेकर माफी मांगे. मौलाना कल्बे जव्वाद का आरोप है कि डीजीपी के यहां से जो सर्कुलर जारी हुआ उसमें गलत भाषा का इस्तेमाल किया गया है. मौलाना का आरोप है कि सर्कुलर में गौवंश वध और यौन संबंधी घटनाओं का जिक्र किया गया है.

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बता दें कि मुहर्रम को लेकर रविवार को यूपी पुलिस डीजीपी मुकुल गोयल ने सर्कुलर जारी किया था. डीजीपी की ओर से 19 अगस्त यानी मुहर्रम के दिन किसी भी तरह के जुलूस निकालने पर पाबंदी और ताजिया पर भी रोक लगाने का आदेश दिया गया है. इसके साथ ही त्योहार के दौरान कोरोना के पूरे नियमों का पालन करने का निर्देश दिया गया है. वहीं पुलिस अफसरों को आदेश दिया गया है कि यूपी के सभी जरूरी स्थानों पर चेकिंग की जाए और बीट स्तर पर हालातों का जायजा लेकर व्यवस्था बनाएं.

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