यूपी चुनाव! दो सांसदों के आमने-सामने होने से तीसरा चरण रोचक, देश की नजर करहल सीट पर टिकी

Sumit Rajak, Last updated: Fri, 18th Feb 2022, 8:58 AM IST
  • उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 30 फरवरी को होगा. इस चरण पर प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर की नजर लगी हुई है. सकी मुख्य वजह करहल विधानसभा सीट है. इस सीट पर सपा मुखिया अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं. यही वह चरण है, जिसमें केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल और यूपी के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना भी चुनावी मैदान में है. इसके चलते तीसरे चरण का रण काफी रोचक हो गया है.
फाइल फोटो

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण का मतदान 30 फरवरी को होगा. इस चरण पर प्रदेश ही नहीं बल्कि देशभर की नजर लगी हुई है. इसकी मुख्य वजह करहल विधानसभा सीट है. इस सीट पर सपा मुखिया अखिलेश यादव चुनाव लड़ रहे हैं. यही पास की ही जसवंत नगर विधानसभा सीट से उनके चाचा शिवपाल यादव चुनावी मैदान में है. यही वह चरण है, जिसमें केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल और यूपी के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना भी चुनावी मैदान में है. इसके चलते तीसरे चरण का रण काफी रोचक हो गया है.

बात सबसे पहले करहल विधानसभा सीट की करते हैं. वर्ष 1974 से देखा जाए तो यहां से एक बार कांग्रेस व एक बार भाजपा जीती है. भाजपा वर्ष 2002 में यह सीट से जीती थी. वह भी सोवरन सिंह की वजह से, वह मौजूदा समय में सपा में है और वह लगातार चार बार से इस सीट से चुनाव जीत रहे हैं. 

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अखिलेश यादव के लिए उन्होंने सीट खाली की है. अखिलेश सपा के मुखिया और मुख्यमंत्री पद के दावेदार भी हैं. इसलिए इस सीट पर सभी की नजरें लगी हुई है. भाजपा ने केंद्रीय राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल को मैदान में उतारा है. जसवंत नगर से शिवपाल यादव चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर एक बार कांग्रेस जीती है. 6 बार मुलायम सिंह यादव और 1996 से लेकर 2017 तक शिवपाल पांच बार चुनाव जीत चुके हैं. भाजपा ने जसवंत नगर सीट के विवेक शाक्य को टिकट दिया है.

सतीश महाना भी इसी चरण में

यूपी सरकार के कैबिनेट मंत्री सतीश महाना महाराजपुर विधानसभा जीत से मैदान में है. वह 7 बार से विधायक है और आठवीं बार मैदान में हैं. सपा ने उनके खिलाफ फतेहबहादुर को मैदान में उतारा है. सतीश महाना कल्याण सिंह, राजनाथ सिंह, राम प्रकाश गुप्ता और मायावती सरकार में मंत्री रह चुके हैं. इसलिए इस सीट पर भी लोगों की नजरें लगी हुई है. हाथरस से भाजपा ने आगरा के पूर्व महापौर अंजुला माहौर तो सपा ने ब्रजमोहन राही को मैदान में उतारा है. कन्नौज सीट से भाजपा में पूर्व आईपीएस असीम अरुण तो सपा से मौजूदा विधायक अनिल दोहरे मैदान में उतारा है. असीम अरुण आईपीएस से राजनीति में आए हैं. कन्नौज सीट पर चार बार से सपा का कब्जा है.

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