Lucknow Cantt Election Result: लखनऊ कैंट पर ख‍िला कमल, भारी मतों से जीते BJP के ब्रजेश पाठक

Naveen Kumar, Last updated: Thu, 10th Mar 2022, 3:46 PM IST
  • उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 में लखनऊ कैंट से भाजपा प्रत्याशी और कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने जीत दर्ज की है. ब्रजेश पाठक ने 40 हजार वोटों से जीत दर्ज की है. उन्होंने इसे पीएम मोदी की समाज कल्याण योजनाओं और राज्य में कानून-व्यवस्था की जीत बताया है.
लखनऊ कैंट पर भारी मतों से जीते BJP के ब्रजेश पाठक

लखनऊ. उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा लगातार दूसरी बार जीत की ओर बढ़ रही है. लखनऊ कैंट से भाजपा प्रत्याशी और कानून मंत्री ब्रजेश पाठक ने जीत दर्ज की है. ब्रजेश पाठक ने 40 हजार वोटों से जीत दर्ज की है. ब्रजेश पाठक को कुल 107299 वोट मिले हैं, जबकि सपा प्रत्याशी को 67687 वोट म‍िले हैं. लखनऊ कैंट से कमल खिलने पर ब्रजेश पाठक की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. उन्होंने कहा कि जनता के समर्थन से लखनऊ कैंट पर जीत हासिल की है. उन्होंने इस जीत को पीएम मोदी की समाज कल्याण योजनाओं की जीत और राज्य में कानून-व्यवस्था की जीत बताया. बता दें कि इस बार भाजपा ने ब्रजेश पाठक पर विश्वास जताया था और लखनऊ कैंट से चुनावी मैदान पर उतरा था. इससे पहले भाजपा की ओर से इस सीट पर सुरेश चंद्र तिवारी चार बार विधायक रह चुके ​हैं.

यह कानून व्यवस्था की जीत

लखनऊ कैंट से भाजपा प्रत्याशी ब्रजेश पाठक ने जीत दर्ज करने के बाद पहली प्रतिक्रिया दी है, उन्होंने कहा, 'मैं लखनऊ कैंट के लोगों को धन्यवाद देता हूं कि उनके समर्थन के कारण हम सीट जीते हैं. ये पीएम मोदी की समाज कल्याण योजनाओं की जीत और राज्य में कानून-व्यवस्था की जीत है.'

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कैंट सीट का इतिहास

आपको बता दें कि लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट भाजपा के लिए कई मायनों में अहम है. यहां भाजपा के सुरेश चंद्र तिवारी 1996, 2002, 2007 और 2019 के उपचुनाव में जीते थे. सुरेश तिवारी की तरह रीता बहुगुणा जोशी भी लखनऊ कैंट सीट से 2012 में कांग्रेस के टिकट पर और 2017 में बीजेपी के टिकट पर विधायक चुनी गई थीं, लेकिन 2019 में पार्टी ने उन्हें प्रयागराज से लोकसभा का टिकट दिया और वो जीतकर संसद पहुंचीं. पार्टी ने 2019 के विधानसभा उपचुनाव में सुरेश तिवारी को टिकट दिया, वो जीत भी गए. 2017 के चुनाव में ब्रजेश पाठक ने बसपा का दामन छोड़ दिया था और भाजपा में शामिल हो गए थे. मध्य में ब्रजेश पाठक को 5094 मतों से रविदास को हराने में कामयाबी मिली थी.

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