हिंदी संस्थान के वार्षिक पुरस्कार घोषित, लखनऊ के दयानंद पांडे को लोहिया साहित्य

Smart News Team, Last updated: Fri, 26th Feb 2021, 10:02 PM IST
  • हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा.सदानंद गुप्त की अध्यक्षता में पुरस्कार समिति की बैठक में इन पुरस्कारों व सम्मानों के लिए हिन्दी सेवी साहित्यकारों व लेखकों-कवियों का चयन किया गया. इसके अलावा इस बैठक में वर्ष 2019 में प्रकाशित पुस्तकों पर भी पुरस्कार दिये जाने के लिए फैसले लिये गये.
तरुण विजय को हिन्दी गौरव सम्मान के लिए चुना गया.

लखनऊ- उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान ने साल 2019 के वार्षिक पुरस्कारों की घोषणा कर दी है. मुम्बई की लेखिका डा.सूर्यबाला का चयन सर्वोच्च सम्मान भारत-भारती के लिए किया गया है. इस सम्मान के तहत उन्हें 5 लाख की राशि के अलावा प्रशस्ति पत्र, वाग्देवी की प्रतिमा और अंग वस्त्र प्रदान किया जाएगा.

शुक्रवार को हिन्दी संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा.सदानंद गुप्त की अध्यक्षता में पुरस्कार समिति की बैठक में इन पुरस्कारों व सम्मानों के लिए हिन्दी सेवी साहित्यकारों व लेखकों-कवियों का चयन किया गया. इसके अलावा इस बैठक में वर्ष 2019 में प्रकाशित पुस्तकों पर भी पुरस्कार दिये जाने के लिए फैसले लिये गये. लखनऊ के साहित्यकार-पत्रकार दयानन्द पाण्डेय को लोहिया साहित्य सम्मान के लिए चुना गया. इसके तहत उन्हें 4 लाख की राशि दी जाएगी.

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इसके अलावा दिल्ली के तरुण विजय को हिन्दी गौरव सम्मान के लिए चुना गया. उन्हें इसके तहत 4 लाख रूपए राशि का चेक दिया जाएगा. इसके अलावा भोपाल के डॉ.रामेश्वर प्रसाद मिश्रा को महात्मा गांधी साहित्य सम्मान से सम्मानित किया जाएगा. उन्हें भी 4 लाख की राशि दी जाएगी. पंडित दीनदयाल उपाध्याय साहित्य सम्मान के लिए डॉ. सूर्यकांत बाली का चयन किया गया है. जबकि भोपाल के डॉ. कपिल तिवारी का चयन अवन्तीबाई साहित्य सम्मान के लिए किया गया है.

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