UP में बिजली संकट! कोयला की कमी, पावर प्लांट्स ने उत्पादन 7478 मेगावाट घटाया

Prachi Tandon, Last updated: Fri, 8th Oct 2021, 11:06 PM IST
  • उत्तर प्रदेश में कोयले की कमी के कारण पावर प्लांट्स ने 7478 मेगावाट घटा दिया है. राज्य में कई पावर यूनिट्स के पास कोयले का स्टाक खत्म हो गया है. वहीं कुछ के पास एक-दो दिन का ही स्टाक बचा है.
कोयले की कमी के कारण यूपी में बड़ा बिजली संकट आ सकता है.(सांकेतिक फोटो)

लखनऊ. यूपी में कोयले की कमी से पावर प्लांट्स में बिजली का प्रोडक्शन लगातार कम हो रहा है. उत्तर प्रदेश विद्युत उत्पादन निगम, स्वतंत्र निजी उत्पादक और एनटीपीसी के पावर प्लांट से बिजली उत्पादन में 7478 मेगावाट की कमी आई है. कई पावर यूनिट्स के पास कोयले का स्टाक खत्म हो गया है. कई यूनिट्स के पास सिर्फ दो-चार दिनों का स्टॉक बचा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक अगर इसी तरह से कोयले की सप्लाई में कमी बनी रही तो बिजली प्रोडक्शन में कमी आएगी. इसका सीधा-सा मतलब है कि प्रदेश में बड़े स्तर पर घरों में अंधेरा छा जाएगा.

यूपी के गांवों में बिजली की कटौती की शुरुआत हो चुकी है. जल्द ही कोयले की कमी शहरों की बत्ती भी गुल कर सकती है. बिजली प्रोडक्शन यूनिट्स में क्षमता से 1220 मेगावाट कम उत्पादन हो रहा है. उत्पादन निगम के बिजली प्रोडक्शन हाउस हरदुआगंज में 350 मेगावाट और पारीछा में 4512 मेगावाट बिजली का उत्पादन कम किया जा रहा है. मिली जानकारी के अनुसार यूपी के हरदुआगंज यूनिट को पूरी क्षमता के साथ चलाने के लिए हर दिन 8 हजार मीट्रिक टन कोयले की आवश्यकता है. यूनिट के पास सिर्फ 3310 मीट्रिक टन कोयला बचा है. 

कोयला की कमी, पावर प्लांट्स में बस 2 दिन का स्टॉक, 7 यूनिट बंद

पारीछा बिजली प्रोडक्शन यूनिट को चलाने के लिए 15 हजार मीट्रिक टन कोयले की प्रतिदिन जरुरत है लेकिन 4512 मीट्रिक टन कोयला ही बचा है. इसी के साथ जानकारी मिली है कि हरदुआगंज और पारीछा को जल्द ही चार-चार रैक कोयला मिल सकता है. राज्य में कई प्राइवेट पावर प्रोडक्शन यूनिट्स ने अपने उत्पादन को घटा दिया है. प्राइवेट प्रोडक्शन हाउस में रोसा, ललितपुर, बारा, बीईएल, केएसके, टीआरएन, लेंको, मोजरबियर की क्षमता 8561 मेगावाट है. कोयले की कमी के कारण इन यूनिट्स में 3830 मेगावाट उत्पादन कम किया जा रहा है. 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें