बच्चों को कोरोना से है बचाना तो माता-पिता को वैक्सीन जरूर है लगवाना

Indrajeet kumar, Last updated: Mon, 6th Dec 2021, 8:46 AM IST
  • दक्षिण अफ्रीका में बच्चों में बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के डाक्टरों और विशेषज्ञओं ने कहा है कि बच्चों को कोरोना के नए वैरेंट ओमीक्रॉन से बचाने के लिए उनके परिवार के लोगों को टीका लगवाना बहुत जरूरी है. वहीं दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों का कोरोनावायरस होना कुल मामलों में दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है.
बच्चों को कोरोना से बचाने के लिए परिजन जरूर लगाएं वैक्सीन

लखनऊ. दक्षिण अफ्रीका में मित्रों के खतरे के बीच 5 साल तक के बच्चों को कोरोनावायरस इन हो ने के मामले बढ़ने पर दिल्ली में विशेषज्ञ डॉक्टरों ने चिंता जताई है. हालांकि उनका कहना है कि अगर परिजन खुद कोरोनावायरस होगा टीका लगवाए तो बच्चों को भी ओमीक्रॉन के खतरे से बाहर रखा जा सकता है. दक्षिण अफ्रीका के नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ कम्युनिकेबल डिजीज एनआईसीडी के अनुसार इस लहर की शुरुआत में सभी आयु वर्ग के लोगों को कोरोनावायरस इस स्ट्रेन से संक्रमित होता देखा जा रहा है. खासकर 5 साल से छोटे बच्चे भी बड़ी संख्या में इस वायरस से शिकार हो रहे हैं. दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि 5 साल से कम उम्र के बच्चों का कोरोनावायरस होना कुल मामलों में दूसरे नंबर पर पहुंच चुका है. मंत्रालय ने कहा है कि अस्पताल में दाखिल होने वालों में 5 साल से कम उम्र के बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है.

इन परिवारों में अधिक मामले

दक्षिण अफ्रीका में आ रही इन चिंताजनक रिपोर्ट पर दिल्ली के सर गंगाराम अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर धीरेंद्र गुप्ता का कहना है कि अधिकतर बच्चों के बीमार होने के मामले उन परिवारों में आ रहे हैं जहां उनके परिजनों को टीका नहीं लगा है 100 संक्रमित बच्चों में से 3 परिवार ऐसे थे जहां सभी को कोरोना का टीका लगा था वहीं लेडी हार्डिंग अस्पताल के बाल रोग विशेषज्ञ डॉक्टर हिमांशु मीना के मुताबिक छोटे बच्चे लगातार सर्दी जुकाम और बुखार का सामना करते हैं मौसम बदलने पर बीमारी की चपेट में भी आ जाते हैं इसलिए उनका शरीर इस तरह के संक्रमण से मुकाबला करने में अधिक सक्षम होता है विक्रम के तेजी से पसार के संकेत मिल रहे हैं पर उसकी गंभीरता का कोई सबूत नहीं मिला है सतर्क रहकर हम इसने स्ट्रेन से मुकाबला कर सकते हैं

यह है बच्चों में कोरोनावायरस चीन

-लंबे समय से तेज बुखार रहना

-दस्त लगना

-उल्टी और पेट में दर्द होना

-सूखी खांसी हाथ पैरों में सूजन

-मांसपेशियों में दर्द त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ जाना

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जरूर बरतें यह सावधानी

अगर माता-पिता कहीं बाहर से आ रहे हैं तो यह जरूरी है कि बच्चे से मिलने से पहले अपने कपड़े बदले. बाहर से आने के बाद संभव हो तो स्नान कर ले नहीं तो हाथ पैर और मुंह अच्छी तरह से धो लें. माता-पिता को रोना से बचाव के लिए वैक्सीन जरूर लगवाएं. बच्चों को मास्क पहनने के लिए कहें और उसके फायदे बताएं. सर्दी जुकाम होने पर बच्चों को स्कूल में भेजें भीड़ भाड़ वाली जगह पर बच्चों को ना ले जाएं. बच्चों के सामान्य टीके हमेशा समय पर लगवाएं.

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