2022 में घटेंगी 10 खगोलीय घटनाएं, आसमान में दिखेगा अनोखा रोमांचक दृश्य

Smart News Team, Last updated: Sun, 2nd Jan 2022, 5:14 PM IST
  • साल 2022 की शुरुआत हो चुकी है. इस साल कई चीजें देखने के लिए खगोलीय वैज्ञानिक उत्साहित हैं. इस साल आसमान में एक नहीं बल्कि दस रोमांचक खगोलीय घटनाएं देखने को मिलेंगे. ब्लैक मून, सुपरमून, चंद्रग्रहण, सूर्यग्रहण, Perseid उल्का बौछार और जेमिनिड उल्का बौछार जैसे कई रामांचिक दृश्य आसमान में दिखेंगे.
2022 में खगोलीय घटनाएं

साल 2021 में आखिरी बार 4 दिसंबर को सूर्यग्रहण लगा था. अब नए साल 2022 में भी एक से बढ़कर एक खगोली घटनाएं देखने को मिलेंगी. खगोलीय वैज्ञानिक आसमान में इन 10 रोमांचक दृश्य को देखने के लिए काफी उत्साहित हैं. सबसे पहले बता दें कि इस साल चार ग्रहण (दो सूर्य और दो चंद्र) का नजारा आसमान में दिखेगा. इसके अलावा सुपरमून, ब्लैक मून, पर्सिड उल्का बौछार और जेमिनिड उल्का बौछार जैसे खगोलीय दृश्य आसमान में दिखेंगे. आइये जानते हैं इस साल कौन से महीने में और किस दिन खगोलीय घटना घटेंगी.

1. एक साथ मिलेंगे तीन ग्रह- मार्च के आखिर में दो हफ्ते में मंगल, शनि और शुक्र सूर्योदय से पहले बेहद करीब दिखेंगे. तीनों ग्रह इतने नजदीक होंगे कि दूरबीन से देखने पर सभी एक ही साथ दिखाई देंगे.

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2. लिरिड उल्का बौछार- 21-22 अप्रैल में तीन महीने में चरम पर पहुंचने वाले पहला उल्का बौछार होगा. जो एक लंबे उल्का बौछार के सूखे को खत्म करेगा. ये प्रति घंटे करीब 15 शूटिंग तारों का उत्पादन करेगा.

3. ब्लैकमून- 30 अप्रैल के दिन ब्लैकमून की घटना होगी. ये साल की एकमात्र ऐसी घटना है जिस टेलिस्कोप की मदद से भी नहीं देखा जा सकेगा. क्योंकि इस दिन अमावस्या होगी. अमावस्या में चंद्रमा का प्रकाश पृथ्वी से दूर होता है.

4. पूर्ण चंद्रग्रहण- 16 मई को साल का पहला चंद्रग्रहण लगेगा. जैसे ही चंद्रमा पृथ्वी की छाया से होकर गुजरेगा रात के समय चांद लाल हो जाएगा.

5. साल का पहला सुपरमून- 14 जून को पूर्णिमा के दिन सूपरमून तब दिखाई देगा जब चंद्रमा की कक्ष में वह बिंदु लाल हो जाएगा जो पृथ्वी के सबसे करीब होता है.

6. क्रम में संरेखित होंगे हैं ये ग्रह- बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति और शनि सभी ग्रह इतने चमकीले होते कि उन्हें नग्न आंखों से भी देखा जा सकता है. 24 जून में सूर्योदय से पहले ये क्रम में संरेखित होंगे. यह आसमान में देखा जाने वाला दुर्लभ दृश्य होगा, जो सूर्योदय से ठीक पहले दिखाई देगा.

7. पर्सिड उल्का बौछार- सामान्य तौर पर पर्सिड प्रति घंटे 50 से 100 शूटिंग तारों के साथ एक चमकदार प्रदर्शन आसमान में करता है. लेकिन इस साल आधे घंटे की दरों में कटौती की जा सकती है. 12-13 अगस्त को चांदनी आसमान के बावजूद भी कुछ उल्काएं दिखाई देनी चाहिए, लेकिन चांदनी कई मंद उल्काओं को धूमित कर देगी.

8.चंद्र ग्रहण- 8 नवंबर को साल का दूसरा और अंतिम पूर्ण चंद्र ग्रहण लगेगा. यह चंद्रग्रहण दुनिया के कई हिस्सों जैसे यूरोप, ऑस्‍ट्रेलिया, उत्‍तरी-दक्षिण अमेरिका, प्रशांत महासागर, अंटार्किट‍का, हिंद महासागर और एशिया में देखा जा सकेगा.

9. मार्स अपोजिशन- 8 दिसंबर को रात के समय आकाश की चमक चरम पर पहुंच जाएगा क्योंकि मंगल विपक्ष में पहुंच जाएंगा.नासा के अनुसार, मंगल का विरोध तब होता है जब लाल ग्रह पृथ्वी के दृष्टिकोण से सूर्य के विपरीत होता है. यह पूरी रात दिखाई देता है और आकाश के तारों की तुलना में अधिक चमकीला होता है.

10.जेमिनिड उल्का बौछार- सामन्य तौर पर जेमिनिड्स प्रति घंटे 100 से ज्यादा उल्काओं की पेशकश करते हैं. लेकिन 13-14 दिसंबर को पूर्णिमा के दिन उल्का की बौछार से आसमान जगमगा उठेगा.

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