दरभंगा का मखाना हो या बनारस की साड़ी, सब पहुंचेगी आपके घर, रेलवे शुरू कर रहा ये नई सेवा
- घाटे में चल रही रेलवे जल्द ही ई कॉमर्स के बिजनेस में उतरने वाली है. रेलवे कई बड़ी ई कॉमर्स कंपनियों के साथ करार कर रही है और वो ट्रांसपोर्टर की भूमिका निभाएगी, यानी आपका सामान देश के किसी भी कोने से सीधा आपके घर पहुंचेगा.
लखनऊ: देश के किसी भी कोने का कोई सामान आपको बहुत पसंद है और आप उसे ऑर्डर करना चाहते हैं तो वो सामान सीधा आपको आपके दरवाजे तक मिलेगा. इस काम का बीड़ा उठाया है भारतीय रेलवे ने जिसने कई कुरियर कंपनियों और ई कॉमर्स कंपनियों के साथ करार किया है. रेलवे एक ऐसा ऐप लाने जा रहा है जिसके जरिए रेलवे इंडीविजुअल या बल्क में सामान डिलिवर करेगा. बिहार का चावल हो या बनारस की साड़ी ये सब चीजें रेलवे आपको मुहैया करवाएगा. सामान आर्डर करने के साथ ही एक क्यू आर कोड़ प्राप्त होगा जिसे ट्रैक कर आप अपने सामान के बारे में पता लगा सकते हैं कि वो कहां तक पहुंचा और कब डिलिवर होगा.
यही नहीं, रेलवे के इस ऐप के जरिए ग्राहक सामान की डिलिवरी डेट और उसका अनुमानित शुल्क भी पता लगा सकेंगे. इस पूरे सिस्टम में रेलवे एक ट्रांसपोर्टर की भूमिका निभाएगा. माना जा रहा है कि अपना नेटवर्क बढ़ना और उसे तेज करने के लिए रेलवे भारतीय डाक और दूसरी कुरियर कंपनियों की सेवा भी ले सकती है. रेलवे का मकसद पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़े लॉजिस्टिक बिजनेस में कदम रखना है.
जानकारी के मुताबिक रेलवे ने अपने कुछ जोन को इस तरह का मॉड्यूल विकसित करने का जिम्मा सौंपा है. कहा जा रहा है कि जून जुलाई के बीच दिल्ली एनसीआर और गुजरात में रेलवे की ये सर्विस शुरू हो सकेगी. इस काम को और तेज करने के लिए रेलवे ने डेडिकेडेट फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन को भी शामिल किया है. डिलिवरी बिजनेस में रेलवे के आने के बाद से माना जा रहा है कि ऑनलाइन शॉपिंग बिजनेस काफी तेजी से बढ़ेगा. यही नहीं, रेलवे के इस व्यापार में आने के बाद कंपीटिशन काफी बढ़ जाएगा जिसका सीधा फायदा ग्राहकों को होगा.
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