76 साल बाद पहुंची दूसरे विश्व युद्ध में भेजी गई चिट्ठी,लिखा-आपसे जल्द ही मिलूंगा

Ruchi Sharma, Last updated: Sat, 8th Jan 2022, 8:55 AM IST
  • अमेर‍िकी बुजुर्ग मह‍िला को अपने अमेरि‍की सैनि‍क पत‍ि का 76 साल पुराना पत्र म‍िला. जो अमेर‍िकी सैन‍िक ने दूसरे व‍िश्‍व युद्ध के खत्‍म होने के बाद जर्मनी से अपनी मांं के नाम भेजा था. मगर न तो अब चिट्ठी लिखनेवाला बेटा और ना ही पत्र पाने वाली मां इस दुनिया में हैं. तब वह पत्र 76 साल बाद उस चिट्ठी को आर्मी सार्जेंट की पत्नी को दिया गया.
76 साल बाद पहुंची दूसरे विश्व युद्ध में भेजी गई चिट्ठी,लिखा-आपसे जल्द ही मिलूंगा

जब मोबाइल फोन नहीं हुआ करते थे तब लोग पत्र भेजकर अपनी बात कहा करते थे. लोग पत्रों का महीनों तक इंतजार करते थे. कभी-कभी तो महनों नहीं साल बीत जाते थे पत्र के इंतजार में. अमेरिका के 89 साल की बुजुर्ग महिला के साथ कुछ ऐसा ही हुआ है. बुजुर्ग महिला को अपने पति के पत्र के लिए 76 साल तक का इंताजर करना पड़ा. बीते द‍िनों अमेर‍िकी बुजुर्ग मह‍िला को अपने अमेरि‍की सैनि‍क पत‍ि का 76 साल पुराना पत्र म‍िला. जो अमेर‍िकी सैन‍िक ने दूसरे व‍िश्‍व युद्ध के खत्‍म होने के बाद जर्मनी से अपनी मांं के नाम भेजा था. मगर न तो अब चिट्ठी लिखनेवाला बेटा और ना ही पत्र पाने वाली मां इस दुनिया में हैं. तब वह पत्र 76 साल बाद उस चिट्ठी को आर्मी सार्जेंट की पत्नी को दिया गया. वह पत्र बुजुर्ग मह‍िला के जीवन में सुखद एहसास लेकर आया है.

सेना सार्जेंट WFXT-TV की बुधवार को प्रकाश‍ि‍त रिपोर्ट के मुताबिक दिसंबर 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध आधिकारिक तौर पर खत्म हो गया था. उसके बाद 22 साल के आर्मी सार्जेंट जॉन गोंजाल्विस ने वोबर्न में रह रही अपनी मां को एक पत्र लिखा था. पिट्सबर्ग में अमेरिकी डाक सेवा वितरण सुविधा को मिला ये पत्र 75 साल से अधिक समय से बंद ही था. इसमें लिखा था कि 'प्रिय मां, आज आपका एक और पत्र मिला और मैं खुश हूं कि सब ठीक है. जहां तक मेरी बात है, मैं भी ठीक हूं..लेकिन खाना ज्यादातर बहुत खराब मिलता है.' उन्होंने पत्र के आखिर में अपने हस्ताक्षर किए और लिखा कि 'आपसे प्यार है.... आपका बेटा जॉनी. उम्मीद है, आपसे जल्द ही मिलूंगा.'

 

 

सैनिक का 2015 में हो गया था निधन

आर्मी सार्जेंट जॉन गोंजाल्विस का 2015 में निधन हो गया और उनकी मां का भी देहांत हो चुका है. यूएसपीएस ने हालांकि, गोंजाल्विस की पत्नी एंजलिना का पता लगाया और उन्हें वह पत्र सौंपा. पत्र लिखने के करीब पांच साल बाद गोंजाल्विस की मुलाकात अपनी पत्नी से हुई थी.

पत्नी ने कहा- मुझे विश्वास नहीं हो रहा है

खबर के मुताबिक यूएसपीएस ने इस चिट्टी के साथ अपनी ओर से भी एक पत्र गोंजाल्विस के परिवार को भेजा. लेटर में लिखा था कि यह पत्र भेजना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है. गोंजाल्विस के परिवार ने पत्र मिलने के बाद, यूएसपीएस को फोन किया और उनका शुक्रिया अदा किया. एंजेलिना ने कहा कि उन 70 वर्षों की कल्पना कीजिए. मुझे विश्वास नहीं हो रहा. उनकी लिखावट और सबकुछ बेहद कमाल का है.

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