'पैलेस ऑफ लाइट' नाम से मशहूर लखनऊ का छोटा इमामबाड़ा फारसी शैली के आधार पर है बना

Smart News Team, Last updated: Fri, 2nd Jul 2021, 7:09 AM IST
  • Lucknow Tourism: लखनऊ का छोटा इमामबाड़ा इमारत को सन 1838 में मोहम्मल अली शाह द्वारा बनवाया गया था. मोहम्मद अली शाह अवध के तीसरे नवाब थे और इस इमारत को उनके अंतिम विश्राम स्थल यानि मकबरे के तौर पर बनवाया गया था.
छोटा इमामबाड़ा में बने गुंबद, बुर्ज व मीनारें चारबाग शली पर आधारित हैं. इमारत को फारसी शैली के आधार पर बनाया गया है. (Pic Credit Lucknow Tourism Official Site)

Lucknow Tourism: नवाबों का शहर कहे जाने वाला लखनऊ अपनी तहजीब, बोली, भाषा और संस्कृति के लिए खूब जाना जाता है. लखनऊ में ऐसी कई इमारतें और स्मारक हैं जो इस शहर को और भी ज्यादा खूबसूरत बनाती हैं. इन्हीं में से एक इमारत है लखनऊ का छोटा इमामबाड़ा, जिसे सन 1838 में मोहम्मल अली शाह द्वारा बनवाया गया था. मोहम्मद अली शाह अवध के तीसरे नवाब थे और इस इमारत को उनके अंतिम विश्राम स्थल यानि मकबरे के तौर पर बनवाया गया था.

छोटा इमामबाड़ा को लेकर एक किस्सा यह भी मौजूद है कि इसे अकाल के दौरान बनवाया गया था, जहां हजारों की संख्या में मजदूर काम किया करते थे. उन्हें काम के बदले अनाज दिया जाता था, जिससे वह अपना गुजारा करते थे. छोटा इमामबाड़ा में बने गुंबद, बुर्ज व मीनारें चारबाग शली पर आधारित हैं. इमारत को फारसी शैली के आधार पर बनाया गया है, साथ ही इसकी दीवारों पर अरबी भाषा में लिखावट की गई है जो कि काफी खूबसूरत लगता है.

 

बताया जाता है कि छोटा इमामबाड़ा के लिए झूमर बेल्जियम से मंगवाए गए थे. (Pic Credit Lucknow Tourism Official Site)

इमारत में कांस का भी काम किया गया है. बताया जाता है कि छोटा इमामबाड़ा के लिए झूमर बेल्जियम से मंगवाए गए थे. यह इमारत इतनी ज्यादा खूबसूरत है कि इसे 'पैलेस ऑफ लाइट' के नाम से भी जाना जाता है. कहा जाता है कि त्योहारों के वक्त छोटा इमामबाड़ा को काफी अच्छे से सजाया जाता है. इमारत में एक पिक्चर गैलरी है, जिसके सामने एक सुंदर तालाब भी है. हरे रंग की लॉन और पेड़ों से घिरे हुए इस तालाब में इमामबाड़ा की खूबसूरत छवि देखने को मिलती है.

 

इमामबाड़ा सन 1838 में मोहम्मल अली शाह द्वारा बनवाया गया था. (Pic Credit Lucknow Tourism Official Site)

कैसे पहुंचें: छोटा इमामबाड़ा हवाई मार्ग, रेल मार्ग और सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है. यहां का निकटतम हवाई अड्डा अमौसी एयरपोर्ट है, जहां से प्राइवेट टैक्सी कर छोटा इमामबाड़ा आया जा सकता है. वहीं रेलवे मार्ग से आने के लिए नजदीकी स्टेशन चारबाग रेलवे स्टेशन है, जहां से ऑटो, टैक्सी या बस के जरिए यहां तक पहुंचा जा सकता है. इससे इतर छोटा इमामबाड़ा के नजदीक बस अड्डा कैसर बाग बस अड्डा है.

टिकट: छोटा इमामबाड़ा में आने के लिए भारतीय व्यस्कों की एंट्री टिकट की कीमत 50 रुपये है. जबकि बच्चों की टिकट की कीमत 25 रुपए है. वहीं विदेशियों को टिकट के लिए 500 रुपए प्रति व्यक्ति के हिसाब से भुगतान करना पड़ता है. छोटा इमामबाड़ा सुबह छह बजे से लेकर शाम पांच बजे तक खुला रहता है.

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