लखनऊ की एक गृहणी ने राम नाम से लिख डाला श्रीराम चरित मानस

Smart News Team, Last updated: Thu, 6th Aug 2020, 12:01 PM IST
  • श्रीराम मंदिर आंदोलन के दौरान श्रीराम मंदिर बनाने की कामना के संकल्प के साथ राजधानी के महानगर निवासी एक गृहणी अनुराधा बंसल ने राम नाम से गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखित श्रीराम चरित मानस को लिख डाला
अनुराधा बंसल 

लखनऊ। हौसले बुलंद हो तो कोई भी काम आसानी से किया जा सकता है। श्रीराम मंदिर आंदोलन के दौरान श्रीराम मंदिर बनाने की कामना के संकल्प के साथ राजधानी के महानगर निवासी गृहणी अनुराधा बंसल ने राम नाम से गोस्वामी तुलसीदास द्वारा लिखित श्रीराम चरित मानस को लिख डाला। बिजनेसमैन पति के साथ दो बच्चों को संभालने की चुनौती के बीच उन्होने यह कारनामा कर दिखाया है।

संकल्प आस्था और विश्वास के साथ 1992 में श्रीराम मंदिर आंदोलन के दौरान शुरू हुई अटल प्रतिज्ञा पहले ही पूरी हो चुकी है, लेकिन उनका सपना अब साकार हो रहा है। 37 लाख बार राम-राम लिखकर संपूर्ण रामायण का लेखन करने वाली अनुराधा बंसल श्रीराम मंदिर के शिलान्यास से काफी खुश हैं। उनका कहना है कि आधी आबादी यदि चाहे तो कुछ भी कर सकती है।

उन्होंने बताया, कि मंदिर आंदोलन के दौरान उनकी शादी नहीं हुई थी। मैं इंटर में पढ़ रही थी। उस आंदोलन का हर किस्सा मुझे अभी तक याद है। मेरे पिता जी गोरखपुर में रहते थे और अधिवक्ता थे, लेकिन उनका धर्म के प्रति लगाव और सात्विक विचारधारा मुझे हमेशा प्रेरित करती थी। शादी के बाद मैं यहाँ राजधानी आ गई। बिजनेसमैन पति कृष्ण नारायण बंसल जब अपने काम में बिजी रहते थे तो मुझे घर के काम के बाद जो समय मिलता, मैं राम नाम की हर चौपाई को लिखने लगी। 2010 में श्रीराम नवमी के दिन मैंने गोस्वामी तुलसी दास की हर चौपाई को पेपर पर राम राम के माध्यम से लिखना शुरू कर दिया । दशहरे के दिन 12 अक्टूबर 2012 को लेखन का कार्य पूरा हो गया। लेकिन इसे प्रिंट कराने के लिए मैं श्रीराम मंदिर निर्माण का इंतजार कर रही थी। हाथों से लिखकर पीडीएफ तैयार कर लिया है। पूरी रामायण लिखने में मुझे 37 लाख बार राम नाम की पुनरावृति करनी पड़ी। मेरे पति के बड़े भाई पुरुषोत्तम जी मेरा हौसला बढ़ाते थे।

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