कोरोना काल में सीएम योगी से आयुर्वेदिक औषधि वितरित करने की सिफारिश

Smart News Team, Last updated: Thu, 22nd Oct 2020, 12:34 AM IST
  • आयुष मंत्रालय द्वारा यूपी के सीएम योगी को लिखे पत्र के माध्यम से सिफारिश की गयी है कि कोरोना के हल्के लक्षण वाले ऐसे मरीज जो सेल्फ आइसोलेशन रहकर इलाज करा रहे हैं, उन्हें आयुर्वेदिक औषधि वितरित किए जाएं.
केंद्रीय आयुष मंत्रालय के राज्य प्रतिनिधि डॉ.एनएन मेहरोत्रा ने सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा

लखनऊ: केंद्रीय आयुष मंत्रालय के राज्य प्रतिनिधि डॉ.एनएन मेहरोत्रा ने सीएम योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है. इस पत्र के माध्यम से सिफारिश की है कि कोरोना के हल्के लक्षण वाले ऐसे मरीज जो सेल्फ आइसोलेशन रहकर इलाज करा रहे हैं, उन्हें आयुर्वेदिक औषधि वितरित किए जाएं.

आयुर्वेदिक औषधियां कोरोना वायरस से लड़ने में बेहद असरदार साबित हो रही हैं. कोरोना काल में आयुर्वेदिक औषधियों के असर को लेकर कटोच कमेटी द्वारा प्रमाण सहित एक विस्तृत रिपोर्ट भी आयुष मंत्रालय को हाल में सौंपी गई है. वहीं आयुष मंत्रालय ने कोविड-19 के प्रबंधन के लिए राष्ट्रीय क्लीनिकल प्रबंधन प्रोटोकॉल भी जारी कर दिया है.

लखनऊ से प्रयागराज हाइवे पर मरम्मत शुरू, 5 नवंबर तक रूट डायवर्ट, फुल डिटेल्स

डॉ. मेहरोत्रा ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा है कि उत्तर प्रदेश में भी कोविड-19 के ऐसे मरीज जो हल्के लक्षण वाले हैं व होम आइसोलेशन में हैं, उन्हें आयुर्वेदिक गृह प्रबंधन किट वितरित किए जाएं. उन्होंने कहा कि जिस तरह से सरकार पर्याप्त वैज्ञानिक अध्ययनों के बिना भी प्रमाणित एलोपैथ की महंगी दवाओं को मॉनिटर इमरजेंसी यूज़ ऑफ अनरजिस्टर्ड इंटरवेंशन के अंतर्गत वितरित कर रही है, उसी प्रकार आयुर्वेदिक गृह प्रबंधन किट का वितरण भी किया जाए. इसके लिए प्रधानमंत्री राहत कोष से भी राज्यों को सहायता देने का अनुरोध किया गया है.

उन्होंने बताया कि इसका वजह यह है कि कटोच कमेटी द्वारा मंत्रालय को सौंपी गई विस्तृत रिपोर्ट में भी यह बात साफ हो चुकी है कि कोविड-19 के प्रबंधन में आयुर्वेदिक औषधियां काफी प्रभावी हैं.

आयुर्वेदिक औषधि इस प्रकार रहा उपयोगी

उन्होंने बताया कि सेंट्रल काउंसिल फॉर रिसर्च इन आयुर्वैदिक साइंसेज द्वारा निशातगंज व बादशाह नगर जो कि कोरोना के हॉटस्पॉट थे, वहाँ 1000 लोगों में आयुर्वेदिक औषधि वितरित की गईं. जिसके फलस्वरूप किसी को भी कोरोना का संक्रमण नहीं हुआ. इसके अलावा सीसीआरएएस के 42 डॉक्टरों व स्टॉफ ने भी आयुष क्वाथ एवं गिलोय घनवटी का उपयोग किया. कोरोना मरीजों के संपर्क में रहने के बावजूद इन लोगों को संक्रमण नहीं हुआ. इस प्रकार आयुर्वेदिक औषधि इन लोगों के लिए काफी लाभदायक साबित हो रहा है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें