Viral Video: सीने पर शहीद पिता के मेडल लगाए इस बच्चे में दिखता है सेना का शौर्य

Atul Gupta, Last updated: Fri, 21st Jan 2022, 7:45 PM IST
  • सोशल मीडिया पर वायरल 38 सैकेंड के इस वीडियो में शहीद मेजर अनुज सूद की पत्नी और शहीद लांस नाइक संदीप सिंह के बेटे की बातचीत है जिसे देखकर आपकी आंखें छलक जाएगी.
मेजर अनुज सूद की पत्नी और लांस नाइक संदीप सिंह के बेटे (फोटो- सोशल मीडिया)

लखनऊ: कहते हैं सरहदों पर जान देने वाले शूरवीर होते है जो अपने प्राण देकर भी देश की आन-बान-शान और अपने तिरंगे का मान बनाए रखते है. निश्चित तौर पर देश के लिए जान देने वाला योद्धा महान होता है लेकिन उससे कम महान नहीं होते वो घरवाले जिन्हें वो पीछे छोड़ जाते हैं. वो पत्नी जो अपने शहीद पति की निशानियों के सहारे उसकी बेवा बनकर पूरी जिंदगी गुजार लेती है. वो मां जिसने अपना दूध नहीं अपना खून देकर अपने लाल को इस काबिल बनाया होता है कि वो देश के काम आ सके. वो पिता जिसे उम्मीद होती है कि जब वो मरेगा तो उसे उसका बेटा कंधे पर उठाकर शमशान तक लेकर जाएगा. वो बच्चा जिसे हर रोज यही दिलासा दिया जाता है कि बेटा पापा आएंगे... वो बहन जिसकी राखी इंतजार करती है उस कलाई का जिसपर वो बचपन से राखी बांधती आ रही होती है. ऐसे ही ना जाने कितने रिश्ते कितनी उम्मीदें, कितने वादे- कसमें टूटकर बिखर जाती है जब सिपाही शहीद होता है. एक सिपाही शहीद होने के बाद अपने परिवार के लिए सिर्फ एक चीज छोड़कर जाता है और वो है उसका मरकर भी ना मरने वाला शौर्य जिसे शहीद का परिवार ताउम्र अपने सीने से लगाकर रखता है.

अपने पति के शौर्य को सीने से लगाकर बैठी पत्नी और दूसरी तरफ अपने पिता के मेडल को सीने से लगाया बेटा आखिर क्या बात करते होंगे ये इस 38 सैकेंड के वीडियो में देखिये जहां शरीद मेजर अनुज सूद की पत्नी हैं और दूसरी तरफ शहीद लांस नाइक संदीप सिंह का बेटा है. शहीद संदीप सिंह का बेटा शहीद अनुज सूद की पत्नी के सीने पर लगे मेडल देख रहा है और कहता है देखिए ये मेरे पास भी है. पत्नी और बेटे दोनों के सीने पर शौर्य चक्र है. शहीद संदीप सिंह का बेटा उदास हो जाता है कि आंटी के पास जो मेडल हैं वो उसके पास नहीं है. बैकग्राउंड में आवाज आती है कि ये हमारे पास भी है. मेजर अनुज सूद की पत्नी कहती हैं तुस्सी टेंशन ना लो...

फौजी जैसी वर्दी पहने उस छोटे से बच्चे को देखकर आंखें छलक जाती हैं जिसे अपने पिता के मेडल से इतना प्रेम है. सलाम कीजिए इन परिवारों के हौंसलों को जिन्होंने हंसते-हंसते अपनों को देश की आन के लिए कुर्बान कर दिया और अब गर्व से उनकी बहादुरी के लिए मिले मेडल को सीने से लगाए हुए हैं. ये गर्व का भाव कोई और नहीं सिर्फ और सिर्फ एक शहीद का परिवार ही महसूस कर सकता है. जय हिंद

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