मेरठ: पंचायत चुनाव लड़ने से इस बार वंचित रह जाएंगे 80 प्रतिशत प्रधान, जानिए वजह
- मेरठ जिले में इस बार 80 प्रतिशत ग्राम प्रधान, बीडीसी और जिला पंचायत सदस्य चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इसकी वजह है कि 80 प्रतिशत सदस्यों ने चुनाव खर्च ही जमा नहीं किया है.
मेरठ.मेरठ जिले में इस बार 80 प्रतिशत ग्राम प्रधान, बीडीसी और जिला पंचायत सदस्य चुनाव नहीं लड़ पाएंगे. इसकी वजह है कि 80 प्रतिशत सदस्यों ने चुनाव खर्च ही जमा नहीं किया है. बता दें, ग्राम प्रधान, बीडीसी और जिला पंचायत सदस्यों का कार्यकाल दिसंबर तक खत्म हो जाएगा. ऐसे में चुनावों को लेकर जिले में सरगर्मी बढ़ती जा रही है. नवंबर-दिसंबर में जिले में त्रिस्तरीय चुनाव होने थे हालांकि, कोरोनावायरस संक्रमण के कारण अब इन चुनावों को स्थगित कर दिया गया है. चुनाव फरवरी-मार्च या फिर अप्रैल-मई में हो सकते हैं.
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हालांकि, इस साल चुनाव लड़ने का सपना देख रहे मौजूदा प्रधान, बीडीसी व जिला पंचायत सदस्यों में से अस्सी प्रतिशत का सपना केवल सपना ही रह जाएगा. क्योंकि इनमें से अस्सी प्रतिशत लोगों ने चुनाव आयोग के नियमों और दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया है. बता दें, चुनाव के समय आयोग की ओर से चुनाव में होने वाले खर्च का ब्योरा जमा करने के निर्देश दिए गए थे. साथ ही चुनाव में हुए खर्च का ब्योरा नहीं देने वालों को चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य घोषित होने की हिदायत भी दी गई थी. ऐसे में चुनाव में जीतने और हारने वाले लगभग अस्सी प्रतिशत लोगों ने इसका पालन नहीं किया है. अब आगामी चुनाव में नामांकन के समय यह देखा जाएगा कि किसने ब्योरा दिया है और किसने नहीं दिया है. जिन लोगों ने ब्योरा नहीं दिया है उन्हें चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य माना जा सकता है.
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