कृषि कानून वापस होने पर भी नहीं माने टिकैत, इन मांगों के साथ जारी रहेगा आंदोलन

Atul Gupta, Last updated: Fri, 19th Nov 2021, 10:47 AM IST
  • तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने के पीएम नरेंद्र मोदी के एलान के बाद भी किसान नेता राकेश टिकैत ने एलान किया है कि आंदोलन अभी खत्म नहीं होगा. उन्होंने कहा ये तो बस शुरूआत है. टिकैत ने सरकार के सामने नई मांगें रख दी हैं.
किसान नेता राकेश टिकैत (फाइल फोटो)

मेरठ: तीनों कृषि कानूनों को लेकर पिछले एक साल से प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए गुरु पूर्णिमा की सुबह एक तरह से जीत की सुबह बनकर आई. केंद्र सरकार ने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का फैसला किया जिसके लिए किसान करीब एक साल से प्रदर्शन कर रहे थे. लेकिन किसान नेता राकेश टिकैत आंदोलन अब भी खत्म करने के मूड में नहीं हैं. भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों का आंदोलन खत्म नहीं होगा. 

राकेश टिकैत ने एलान किया है कि किसानों का आंदोलन तबतक रद्द नहीं होगा जबतक सरकार संसद में कानून रद्द नहीं करती. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों से एमएसपी के साथ साथ दूसरे मुद्दों पर भी बातचीत करे. राकेश टिकैत ने कहा कि 29 तारीख को संसद के शीतकालीन सत्र में जबतक कानून वापसी का प्रस्ताव पटल पर नहीं रखा जाता तबतक किसान कहीं जाने वाला नहीं है.

किसान यूनियन के दूसरे नेता जोगिंदर सिंह उगराहां ने कहा कि गुरुपर्व पर कृषि कानूनों को वापस लेने का सरकार का फैसला अच्छा कदम है. सभी किसान संघ साथ बैठेंगे और आगे की रणनीति पर बात करेंगे. गौरतलब है कि तीनों कृषि कानूनों को लेकर किसान पिछले एक साल से दिल्ली की सीमाओं पर डटे हुए हैं. इस दौरान छोटी-बड़ी कई चुनौतियां आईं लेकिन किसान डटे रहे.

आज सुबह कृषि कानूनों को लेकर पीएम मोदी ने देश को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने तीन कृषि कानूनों के फायदे किसानों के एक वर्ग को समझाने की बहुत कोशिश की लेकिन वो नाकाम रहे. उन्होंने कहा कि इन तीनों कानूनों से छोटे किसान मजबूत होते. पीएम मोदी ने कहा कि इसके लिए संसद के आगामी सत्र में विधेयक लाकर इन तीनों कानूनों को रद्द किया जाएगा.

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