नाइट कर्फ्यू पर मेरठ के व्यापारियों ने जताई आपत्ति, मंडलायुक्त से मिलेंगे
- कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए लगाए गए नाइट कर्फ्यू पर तमाम व्यापारी संगठनों ने आपत्ति जताई है. व्यापारियों का कहना है कि नाइट कर्फ्यू के चलते होटल, रेस्तरां चलाने वाले मालिकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा.
मेरठ: कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए जिला प्रशासन की तरफ से लगाए गए नाइट कर्फ्यू पर तमाम व्यापारी संगठनों ने आपत्ति जताई है. व्यापारियों का कहना है कि नाइट कर्फ्यू के चलते होटल, रेस्तरां चलाने वाले मालिकों के सामने आर्थिक संकट खड़ा हो जाएगा. इस समस्या को लेकर आज मेरठ मंडप एसोसिएशन, मंडलायुक्त से मुलाकात करेगा.
व्यापारियों का कहना है कि शहर में नाइट कर्फ्यू के बजाए अगर दिन में मुख्य चौराहों और बाजारों में मास्क चेकिंग अभियान चलाया जाए तो कोरोना के मामलों में कमी आ सकती है. व्यापारियों का ये भी कहना है कि गर्मी के मौसम में लोग बाजारों में शाम के वक्त ही निकलते हैं.
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व्यापारियों का ये भी कहना है कि नाइट कर्फ्यू लगाने से पहले प्रशासन को वार्ता करनी चाहिए थी. नाइट कर्फ्यू से होटल, रेस्तरां, शादी मंडप जैसे प्रतिष्ठानों के व्यापारियों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा. नाइट कर्फ्यू की आड़ में व्यापारियों का उत्पीड़न नहीं होना चाहिए.
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उधर, इस बारे में मेरठ मंडप एसोसिएशन के महामंत्री विपुल सिंघल का कहना है कि प्रशासन का ये निर्णय समझ से परे है. पुलिस-प्रशासन नाकामी छिपाने के लिए ऐसा फरमान सुना रहा है. कोरोना संक्रमण को जागरुकता और सख्ती दिखाकर दूर किया जा सकता है.
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