मेरठ: हस्तिनापुर के पांडव टीला का बदला रूप, म्यूजियम के लिए भी केंद्र की मंजूरी

Smart News Team, Last updated: Sat, 29th Aug 2020, 7:31 AM IST
  • ASI दफ्तर गैलरी परिसर में म्यूजियम बनाने की तैयारी चल रही है. हस्तिनापुर और आसपास के क्षेत्रों से मिल रही पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व की वस्तुओं को ASI दफ्तर में रखा जाएगा. भारत सरकार ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को मेरठ सर्किल में दफ्तर खोलने की स्वीकृति प्रदान की है. 
हस्तिनापुर के ASI दफ्तर गैलरी परिसर में म्यूजियम बनाने की तैयारी चल रही है.

मेरठ.  केंद्र सरकार ने मेरठ में पुरातत्व विभाग के क्षेत्रीय सर्किल खुलने की घोषणा की. इसके बाद हस्तिनापुर का क्षेत्र पांडव टीला उल्टा खेड़ा टीले पर सफाई कार्य भी होने लगा है. सफाई होने से टीला चमक उठा है. बताया जा रहा है कि सफाई कार्य के दौरान फिर कई प्राचीन दीवारें देखी गई. जल्द ही पुरातत्व विभाग के उच्चाधिकारी के उत्खनन स्थल का दौरा कर सकते हैं. साथ ही उनके द्वारा निरीक्षण की भी संभावना जताई जा रही है. 

उधर, हस्तिनापुर का एएसआई दफ्तर अब नए रंग-रूप में दिखने की तैयारी कर रहा है. बताया रहा है कि यहां ऑफिस और कर्मचारी आवास में मरम्मत का काम तेजी से हो रहा है. एएसआई के दफ्तर परिसर में गैलरी को भी सजाया संवारा जाने के लिए काम चल रहा है. इसे म्यूजियम का रुप देने की नीति बन रही है. आधिकारिक जानकारी के अनुसार हस्तिनापुर और आसपास के क्षेत्रों से मिल रही  पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व की वस्तुओं को एसआई दफ्तर में रखा जाएगा.

Hindustan Impact: मेरठ में बनेगा भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग का कार्यालय

बताया जा रहा है कि हस्तिनापुर धीरे-धीरे भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण विभाग की प्राथमिकताओं में शामिल हो रहा है. भारतीय पुरात्व सर्वेक्षण विभाग की नजर में हस्तिनापुर की अहमियत को सामने लाने के लिए समय-समय पर हिन्दुस्तान ने इसको प्रमुखता से उठाया है. 

माहाभारतकालीन पांडवों की गुफा के आस-पास भी हुई सफाई

इसके बाद हस्तिनापुर की ऐतिहासिक महत्व पर ध्यान स्थानीय जनप्रतिनिधियों से लेकर प्रदेश और केंद्र सरकार तक का हुआ. जानकारी के अनुसार भारत सरकार ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग को मेरठ सर्किल में दफ्तर खोलने की स्वीकृति प्रदान की है. भारत सरकार ने इसके संबंध में अधिसूचना भी जारी कर दी है. 

इलाके के सौन्दर्यकरण का भी काम होगा शुरू

बताया जा रहा है कि दफ्तर परिसर में ही गैलरी को स्थापित किया जाएगा, जहां म्यूजियम का रूप दिया जाना तय हुआ है. इस प्रस्तावित म्यूजियम में हस्तिनापुर और आसपास के क्षेत्रों से मिली पुरातात्विक और ऐतिहासिक महत्व की वस्तुओं को रखा जाएगा. 

साफ-सफाई के लिए काम तेजी से चल रहा है
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