मेरठ: 30 करोड़ का नया कमेला भूत-प्रेतों के कारण बना खंडहर, हाईकोर्ट पहुंचा मामला

Smart News Team, Last updated: Thu, 4th Feb 2021, 7:34 PM IST
  • मेरठ में नगर निगम की बड़ी लापरवाही का मामला अब हाईकोर्ट में पहुंच गया है. दरअसल, हापुड़ रोड स्थित पुराना कमेला बंद होने के बाद वर्ष 2013 में घोसीपुर में 30 करोड़ रुपये की लागत से नया कमेला बनाया गया था.
मेरठ, नगर निगम (फाइल तस्वीर)

मेरठ में नगर निगम की बड़ी लापरवाही का मामला अब हाईकोर्ट में पहुंच गया है. दरअसल, हापुड़ रोड स्थित पुराना कमेला बंद होने के बाद वर्ष 2013 में घोसीपुर में 30 करोड़ रुपये की लागत से नया कमेला बनाया गया था. हालांकि, सात साल बाद भी इसका संचालन शुरू नहीं हुआ है. वहीं, देखरेख ना होने पर अब इस कमेले में बड़ी-बड़ी घास खड़ी हो गई है. सात साल से यह कमेला बंद पड़ा है. जिस कारण से लोग अब यह कहने लगे हैं कि यहां इंसानों का नहीं भूत-प्रेतों का आसियाना बना है. लोग बताते हैं कि इस कमेले में अब कोई नहीं जाता है.

बता दें कि कमेले का संचालन ना होने पर हाईकोर्ट में याचिका डाली गई है. जिसके बाद यह कमेला सुर्खियों में है. जिस पर हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए जानकारी मांगी है. हाईकोर्ट ने जिलाधिकारी और नगर आयुक्त से नये कमेले के संचालन के बारे में वास्तविक जानकारी मांगी है. इसको लेकर आठ फरवरी को अगली सुनवाई होगी.

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हाईकोर्ट के फैसले के बाद से ही नगर निगम में खलबली मच गई है. संबंधित अधिकारी नए कमेले से जुड़ी सभी जानकारियां जुटाने में लग गए हैं. हाईकोर्ट में याचिका कर्ता के अधिवक्ता ने बताया है कि सात साल से नया कमेला बंद है. मेरठ में पशुओं के अवैध कटान हो रही है, इसके कारण मीट व्यवसाय से जुड़े दुकानदारों के जीवनयापन पर संकट है.

 

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