योगी सरकार के बैन के बावजूद बिक रहा पॉलिथीन, प्रदूषण-सीवरेज चोक की समस्या बरकरार

Smart News Team, Last updated: Sun, 13th Dec 2020, 11:33 AM IST
  • मेरठ के जिला अधिकारी पॉलिथीन प्रतिबंध के बावजूद इस पर रोक लगाने पर असफल रहे हैं जिसके कारण शहर में गंदगी की समस्या बढ़ रही है. साथ ही सीवरेज की पाईप में पॉलिथीन फंसने से चोक होने की समस्या काफी बढ़ गई है. इससे पहले अक्टूबर 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पॉलिथीन और प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया था.
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मेरठ. उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के पॉलीथीन पर प्रतिबंध के बावजूद शहर में पालीथिन का उपयोग खुलेआम हो रहा है. मेरठ के जिला अधिकारी प्रतिबंध के बावजूद इस पर रोक लगाने पर असफल रहे हैं जिसके कारण शहर में गंदगी की समस्या बढ़ रही है. साथ ही सीवरेज पाईप में पॉलिथीन फंसने से चोक होने की समस्या काफी बढ़ गई है. इससे पहले अक्टूबर 2018 में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पॉलिथीन और प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रतिबंध लगाया था.

बता दें कि पॉलिथीन प्रतिबंध की जिम्मेवारी जिला प्रशासन, नगर निगम, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, वन विभाग, खाद्य एवं आपूर्ति, औद्योगिक विकास, खाद्य सुरक्षा व पर्यटन विभाग को दी गई है. साथ ही कार्रवाई का अधिकार जिला प्रशासन में नायब तहसीलदार दिया गया था. इसके अलावा नगर निगम के अंतर्गत रिटायर्ड सैन्य अधिकारियों का प्रवर्तन दल गठित किया गया था जिस पर पॉलिथीन पर रोक लगाने कार्य सौंपा गया था.

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लगातार पॉलिथीन के प्रयोग के कारण शहर में प्रदूषण की समस्या बनी हुई है. साथ ही सीवरेज चोक होने की समस्या भी आम देखी जा रही है. लगातार बिक रहे पॉलिथीन के कारण प्रवर्तक दल छापेमारी तो कर रहा है जिसमें जुर्माना वसूला जा रहा है. लेकिन इसका असर पॉलिथीन बिक्री पर नहीं देखा जा रहा है. लगभग दो साल के प्रतिबंध के बाद भी समस्या वैसे की वैसे ही बनी हुई है जिसके कारण शहरवासियों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है. 

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