PUVVNL निजीकरण विरोध में बिजलीकर्मी आज से हड़ताल पर, आपूर्ति नहीं होगी प्रभावित

Smart News Team, Last updated: Mon, 5th Oct 2020, 10:07 AM IST
  • बिजली वितरण निजी हाथों में देने के विरोध में बिजलीकर्मी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं. वहीं प्रशासन ने आपूर्ति में किसी प्रकार की समस्या नहीं आए इसके लिए पूरे इंतजाम कर लिए हैं. 
PUVVNL निजीकरण के विरोध में बिजलीकर्मी आज हड़ताल पर, आपूर्ति नहीं होगी प्रभावित

मेरठ. विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के विरोध में बिजली कर्मचारी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं. प्रदर्शनकारी आज उर्जा भवन पर जुटकर धरना देंगे. प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए ऊर्जा भवन पर पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है. कर्मचारियों के इस प्रदर्शन में कई संगठन भी उनका साथ दे रहे हैं. बिजली वितरण निजी हाथों में सौंपने के विरोध में उतरे प्रदर्शनकारियों का कहना है कि सरकार को निजीकरण का फैसला वापस लेना होगा, अन्यथा आंदोलन करेंगे. 

मेरठ से 500 अफसर-कर्मचारी जेल जाने को तैयार हैं. वह समिति को अपने फार्म भरकर दे चुके हैं. बिजली विभाग के कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से बिजली संकट की आशंका है. इससे पहले से ही शहर के लोग बिजली आपूर्ति को लेकर परेशानी का सामना कर रहे हैं. बता दें कि रविवार को भी कई इलाकों में बिजली गुल रही. बिजलीकर्मियों की हड़ताल घोषणा के बाद से प्रशासन सतर्क हो गया है.

बिजली वितरण के निजीकरण के विरोध में कर्मियों की हड़ताल की समस्या से निपटने के लिए लखनऊ के अधिकारियों ने वीडियो कॉनफ्रेंसिंग के जरिए मेरठ के अधिकारियों से बातचीत की जिसके बाद पुलिस ने मेरठ के बिजलीघरो में जाकर कर्मचारियों की जानकारी ली थी. 

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प्रशासन ने सतर्कता बरतते हुए बिजली सप्लाई बाधित ना हो उसके लिए जरूरी कदम उठाए हैं. बिजली वितरण, ट्रांसमिशन और बिजली उत्पादन केंद्रों को लेकर ड्यूटी भी तय की गई हैं. गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश संयुक्त संघर्ष समिति ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत निगम निजी हाथों में जाने से बिजली कर्मचारियों के साथ उपभोक्ताओं को भी नुकसान होगा. निजी हाथों में जाने से बिजली के दाम में बढ़ोतरी होगी. 

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जानकारी के लिए बता दें कि इससे पहले भी लखनऊ, मेरठ, वाराणसी आदि शहरों में बिजली के निजीकरण को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया गया है. कर्मचारियों की मांग है कि सरकार पूर्वांचल विद्युत लिमिटेड को निजी हाथों में सौंपने के फैसले को वापस ले. 

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