मेरठ: निजीकरण के खिलाफ हड़ताल पर बिजली कर्मचारी, किया धरना प्रदर्शन

Smart News Team, Last updated: Mon, 5th Oct 2020, 1:14 PM IST
  • प्रदर्शनकारियों ने बताया है कि केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश अनुसार हमने आंदोलन का रास्ता चुना है. विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर पश्चिमांचल में अफसरों, कर्मचारियों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. सभी थानों की पुलिस बिजलीघर पहुंच गई है और प्रदर्शन को लेकर आला अधिकारियों को रिपोर्ट दी जा रही है.
निजीकरण के खिलाफ प्रदर्शन करते बिजली विभाग के अधिकारी और कर्मचारी

मेरठ. विद्युत संघर्ष समिति के आह्वान पर निजीकरण के खिलाफ बिजली अफसरों और कर्मचारियों की घोषणा के बाद आज काम का बहिष्कार करने का फैसला लिया गया है. पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के निजीकरण के खिलाफ पश्चिमांचल में बिजली कर्मचारी और अफसर आज से हड़ताल पर हैं. खबर है कि प्रदर्शनकारी ऊर्जा भवन में इकट्ठे हो रहे हैं. प्रदर्शनकरियों को देखते हुए ऊर्जा भवन में पुलिस और पीएसी तैनात कर दी गई है. आज सुबह से ही सभी थानों की पुलिस बिजलीघर पहुंच गई और प्रदर्शन को लेकर आला अधिकारियों को रिपोर्ट दी जा रही है.

प्रदर्शनकारियों ने बताया है कि केंद्रीय नेतृत्व के निर्देश अनुसार हमने आंदोलन का रास्ता चुना है. विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के आह्वान पर पश्चिमांचल में 14 जिलों में कर्मचारियों और अफसरों ने आंदोलन शुरू कर दिया है. सभी अधिकारी और कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन बहिष्कार का ऐलान कर दिया और काम छोड़ हड़ताल पर चले गए. अब हमारी मांग को मानते हुए सरकार को निजीकरण का फैसला वापस लेना होगा. जब तक फैला नही लिया जात हम आन्दोलन जारी रखेंगे. मेरठ में 500 कर्मचारी जेल जाने की तैयारी कर चुके हैं. इस आंदोलन को विभिन्न संगठनों के कर्मचारियो का समर्थन मिल रहा है. 

PUVVNL निजीकरण विरोध में बिजलीकर्मी आज से हड़ताल पर, आपूर्ति नहीं होगी प्रभावित

आज दोपहर बाद लखनऊ शैलेंद्र दुबे जो कि विद्युत संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों और संयोजक है उनकी वार्ता ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा से होनी तय है. इस से पहले शनिवार को शासन स्तर पर वार्ता रखी गई थी लेकिन वो विफल हो गई थी. इसलिए ये देखना होगा कि इस वार्ता में क्या फैसला होता है.

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