कोरोना की नगेटिव के बाद पॉजिटिव होने से परिजन परेशान, स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लाप
- टीम ने रैपिड टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव बताई लेकिन टीम के लौटने के कुछ घंटे बाद ही विभाग से एक कर्मचारी ने फोन कर पाजिटिव रिपोर्ट की जानकारी दी.
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मेरठ। उत्तर प्रदेश के जनपद मेरठ में लगातार कोरोना का प्रकोप जारी है. जिससे लोगों में एक अलग ही दहशत का माहौल है तो वही दूसरी ओर मेरठ में एक ऐसा कारनामा सामने आया है. जिससे स्वास्थ्य विभाग के ऊपर से अब भरोसा ही उठता हुआ नजर आ रहा है. ताजा मामला मेरठ का है जहां स्वास्थ्य विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है. एक रिपोर्ट के मामले में पाजिटिव और निगेटिव के फेर में ही विभाग फंस गया. पूरा मामला भाजपा के कैंट विधायक के भतीजे से जुड़ा था. इसलिए विभाग ने बाद में अपनी गलती स्वीकार कर ली.
दरअसल कैंट विधायक के भतीजे का सैंपल जांच करने स्वास्थ्य विभाग की टीम मंगलवार को उनके सर्वोदय नगर स्थित आवास पहुंची थी. टीम ने रैपिड टेस्ट में रिपोर्ट निगेटिव बताई थी. लेकिन टीम के लौटने के कुछ घंटे बाद ही विभाग से एक कर्मचारी ने फोन कर जानकारी दी कि उनकी रिपोर्ट पाजिटिव है. परिजनों ने फौरन डिप्टी सीएमओ डॉ. सुधीर कुमार को फोन किया.
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डिप्टी सीएमओ ने परिजनों को बताया कि पोर्टल पर गलती से रिपोर्ट पाजिटिव चढ़ा दी गई है. वहीं प्रथम दृष्टया में तो यही संभावना है लेकिन जांच करने गई टीम के मेडिकल अफसर से बात करके ही सही जानकारी दी जा सकेगी. परिजन भी स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही के चलते परेशान हैं. परिजनों का कहना है कि रिपोर्ट की स्थिति अभी तक स्पष्ट नहीं हो सकी।
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