यूपी के किसानों का मसालों की खेती से बढ़ी आय, जानें कैसे
- उत्तर प्रदेश में किसानों ने मसालों की पैदावार कर अपनी सालाना आय दोगुनी की है. वहीं प्रदेश के वैज्ञानिकों ने किसानों को उन्नत्त बीज , तकनीक और प्रशिक्षण दिया है.
भारत देश को प्राचीन काल से ही मसालों की पैदावार बड़े पैमाने पर होती है. वही मसाले की पैदावार में राशि कम खर्च होती है और दाम अधिक मिलता है. साथ ही भारत विश्व में सबसे सधिक मसाला उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है. वही यहां पर 90 फीसद तक मसालों की मांग घरेलू उपयोग के लिए किया जाता है. साथ ही बात करे उत्तर प्रदेश में मसालों की पैदावार पर तो राज्य में 11 मसाला प्रजातियों के विकास किया गया है, साथ ही हल्दी की 5 प्रजातियों के भी विकास किया गया है.
वही उत्तर प्रदेश के किसानों की उत्पादकता बढ़ाने हेतु कई क्रय किए गए है. जिसके तहत किसानों को उन्नतशील बीज, उन्नत कृषि तकनीक के साथ मसालों पर शोध एवं किसानों को आधुनिक तरीके से प्रशिक्षण भी दिया गया है. वही यूपी के किसान खरीफ के मौसम में हल्दी, अदरक, मिर्च एवं प्याज आदि की खेती करते है और रबी के मौसम में धनिया, सौफ, मेथी, लहसुन, अजवाइन व कलौंजी आदि की खेती करते है.
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वही बात करे हल्दी की तो वैज्ञानिकों ने प्रदेश में पांच प्रजातियां विकसित की है. जिसमे कुछ कुछ मध्य अबधि में तैयर होने वाली है तो कुछ लम्बी अबधि में. वही लहसुन की पैदावार कर प्रदेश के किसान अच्छी राशि बाजार से उठा रहे है. दरअसल लहसुन को कई तरह के उपयोग में लिया जाता है. इसके साथ ही मिर्च की खेती कर भी किसान अच्छी खासी आय कमा रहे है.
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