मेरठ जेल में उगी गोभी लोगों को आ रही खास पसंद, राजभवन की प्रदर्शनी में आई नंबर वन
- मेरठ के चौधरी चरण सिंह कारागार में उगाई जाने वाली गोभी राजभवन में हुई प्रादेशिक फल, शाकाजी और पुष्प प्रदर्शनी में पहले नंबर पर आई है. इसके अलावा शिमला मिर्च को दूसरा और जौनपुरी मूली को तीसरा स्थान मिला है.

मेरठ. मेरठ की फूल गोभी पूरे प्रदेश में पहले स्थान पर आई है. यूपी की राजधानी लखनऊ राजभवन में तीन दिन की प्रादेशिक फल, शाकाजी और पुष्प प्रदर्शनी 2021 हुई थी. जिसमें मेरठ के चौधरी चरण सिंह कारागार की फूल गोभी पहले पायदान पर आई है. प्रदर्शनी में मेरठ की गोभी की खूब तारीफ हुई. इस प्रदर्शनी में 70 जेलों में 50 फीसदी जेलों ने हिस्सा लिया था.
इस बारे में जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय ने कहा कि मेरठ जेल की गोभी की प्रदर्शनी में सभी ने तारीफ की है. उसे पहला स्थान मिला, एक फूल गोभी का वजन साढ़े चार किलो था. इसके अलावा शिमला मिर्च का दूसरा और जेल में उगाई जौनपुरी मूली को तीसरा स्थान मिला है. उन्होंने कहा कि इससे पहले भी प्रदर्शनी में सफलता मिलती रही है.
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आपको बता दें कि मेरठ जिला कारगार के पास खेती के लिए काफी जमीन है. यहां गेहूं के साथ टमाटर, गोभी, गाजर, मूली और आलू के साथ दूसरी सब्जियां भी उगाईं जाती हैं. वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने जेल की गोभी के बारे में कहा कि पहले बीज रोपा जाता है. इसके बाद पौध तैयार होती है. उसे रोपने के बाद लगभग ढाई महीने में गोभी तैयार हो जाती है. खाद-पानी का पूरा ध्यान रखा जाता है.
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वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने बताया कि गोभी की तरह मूली 30 से 40 दिन और गाजर 60 से 80 दिन में तैयार होती है. इस दौरान फसल का अच्छे-से ख्याल रखा जाता है. उन्होंने कहा कि आसपास के जिलों की जेल गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर, देवबंद और बागपत में यहीं से सब्जी जाती है.
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