औघड़नाथ मंदिर में शुरू हुई शिवरात्रि की भव्य तैयारियां, भक्तों के लिए खास इंतजाम
- मेरठ के ऐतिहासिक औघड़नाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की भव्य तैयारियां प्रारंभ हो चुकी हैं. औघड़नाथ मंदिर में शिवरात्रि पर आम जनमानस और कांवड़ियों के लिए अलग-अलग इंतजाम किए जा रहे हैं. कोरोना के कारण पिछले दो सालों के बाद इस बार पुन: मंदिर में शिवरात्रि पर भव्य आयोजन होगा और भंडारा प्रसाद वितरण किया जाएगा.

मेरठ. मेरठ के ऐतिहासिक औघड़नाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की भव्य तैयारियां प्रारंभ हो चुकी हैं. औघड़नाथ मंदिर में शिवरात्रि पर आम जनमानस और कांवड़ियों के लिए अलग-अलग इंतजाम किए जा रहे हैं. कोरोना के कारण सामाजिक दूरी का पालन करते हुए शिवभक्त मंदिर में आएंगे और भगवान शिवशंभू का जलाभिषेक करेंगे. बता दें कि, कोरोना के कारण पिछले दो सालों से मंदिर में शिवरात्रि पर्व सामान्य तरीके से मनाया जा रहा था. इस बार पुन: मंदिर में शिवरात्रि पर भव्य आयोजन होगा और भंडारा प्रसाद वितरण किया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, मंदिर परिसर में सफाई का कार्य जोरों-शोंरो से हो रही है. दो दिन बाद मंदिर की सजावट का काम भी चालू होगा. 1857 की क्रांति के साक्षी रहे औघड़नाथ मंदिर में शिवरात्रि पर बाबा आशुतोष को फूल बंगले में बैठाया जाएगा. भगवान के लिए पूरे मंदिर में फूल बंगला सजेगा. देवी माता के भवन और कृष्ण-राधा मंदिर में भी भव्य सजावट की जाएगी. ताकि भक्तजन मंदिर में आएं और शिवशंकर के दिव्य दर्शन का लाभ ले सकें. मंदिर में आरती दर्शन के लिए एलईडी भी लगाई जाएंगी ताकि दूर से भी भक्तों को बाबा की आरती का दर्शन कराया जा सके. वहीं शिवलिंग को विशेष तौर पर सजाया जाएगा.
Maha Shivratri 2022: महाशिवरात्रि कब है? जानें, तिथि, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त
बता दें कि, इस साल महाशिवरात्रि पर प्राकृतिक फूलों से मंदिर सजेगा. वाराणसी से चंदन मंगाकर शिवशंभू को अपिर्त किया जाएगा. पांच नदियों का पवित्र जल भोलेबाबा के अभिषेक के लिए मंगाया जा रहा है. ताकि भगवान शिव का विशेष अभिषेक हो सके. भक्तों की ओर से शिवलिंग पर केवल जलाभिषेक की अनुमति होगी. अन्य कोई पदार्थ शिवलिंग पर अर्पित नहीं करने दिया जाएगा. बताते चलें कि, औघड़नाथ मंदिर में हर बार श्रावण महीने की शिवरात्रि पर लाखों कांवड़िया शिवशंकर का जलाभिषेक करने आते हैं.
मेरठ. मेरठ के ऐतिहासिक औघड़नाथ मंदिर में महाशिवरात्रि की भव्य तैयारियां प्रारंभ हो चुकी हैं. औघड़नाथ मंदिर में शिवरात्रि पर आम जनमानस और कांवड़ियों के लिए अलग-अलग इंतजाम किए जा रहे हैं. कोरोना के कारण सामाजिक दूरी का पालन करते हुए शिवभक्त मंदिर में आएंगे और भगवान शिवशंभू का जलाभिषेक करेंगे. बता दें कि, कोरोना के कारण पिछले दो सालों से मंदिर में शिवरात्रि पर्व सामान्य तरीके से मनाया जा रहा था. इस बार पुन: मंदिर में शिवरात्रि पर भव्य आयोजन होगा और भंडारा प्रसाद वितरण किया जाएगा.
जानकारी के मुताबिक, मंदिर परिसर में सफाई का कार्य जोरों-शोंरो से हो रही है. दो दिन बाद मंदिर की सजावट का काम भी चालू होगा. 1857 की क्रांति के साक्षी रहे औघड़नाथ मंदिर में शिवरात्रि पर बाबा आशुतोष को फूल बंगले में बैठाया जाएगा. भगवान के लिए पूरे मंदिर में फूल बंगला सजेगा. देवी माता के भवन और कृष्ण-राधा मंदिर में भी भव्य सजावट की जाएगी. ताकि भक्तजन मंदिर में आएं और शिवशंकर के दिव्य दर्शन का लाभ ले सकें. मंदिर में आरती दर्शन के लिए एलईडी भी लगाई जाएंगी ताकि दूर से भी भक्तों को बाबा की आरती का दर्शन कराया जा सके. वहीं शिवलिंग को विशेष तौर पर सजाया जाएगा.
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बता दें कि, इस साल महाशिवरात्रि पर प्राकृतिक फूलों से मंदिर सजेगा. वाराणसी से चंदन मंगाकर शिवशंभू को अपिर्त किया जाएगा. पांच नदियों का पवित्र जल भोलेबाबा के अभिषेक के लिए मंगाया जा रहा है. ताकि भगवान शिव का विशेष अभिषेक हो सके. भक्तों की ओर से शिवलिंग पर केवल जलाभिषेक की अनुमति होगी. अन्य कोई पदार्थ शिवलिंग पर अर्पित नहीं करने दिया जाएगा. बताते चलें कि, औघड़नाथ मंदिर में हर बार श्रावण महीने की शिवरात्रि पर लाखों कांवड़िया शिवशंकर का जलाभिषेक करने आते हैं.
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