LLRM मेडिकल इमरजेंसी में युवक हत्या मामले में दो डॉक्टरों पर लगा 3 लाख का फाइन
मेरठ. एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज की पुरानी इमरजेंसी में एक मरीज की हत्या के मामले में मानव अधिकार आयोग ने दो डॉक्टरों पर 3 लाख रुपये का जुर्माना लगाया. गौरतलब है कि सुरक्षा इंतजाम में गंभीर लापरवाही का दोषी मानते हुए आयोग ने मेडिकल प्रशासन के उस समय के पूर्व प्राचार्य डॉ प्रदीप भारती गुप्ता और पूर्व सीएमएम डॉ सुभाष सिंह पर का जुर्माना लगाया है. मानवाधिकार आयोग के फैसले पर शासन ने भी अपनी मुहर लगा दी है.
आपको बता दें कि 2013 में अमरोहा के एक व्यक्ति को घायल अवस्था में मेडिकल अस्पताल की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया था. युवक कोर्ट में चल रहे एक मामले का गवाह था. इमरजेंसी में युवक को चाकू से गोद कर उसकी हत्या कर दी गई. युवक की जिसने हत्या की थी मरीज बनकर इमरजेंसी में भर्ती हुआ था. उसने स्टाफ से युवक के बगल वाला बेड अलॉट करा लिया था. इसके बाद भर्ती आरोपी रात में ही युवक की हत्या कर मौके से फरार हो गया.
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युवक की हत्या के मामले में मानवाधिकार आयोग जांच कर रहा था. 8 साल बाद आयोग ने अपना फैसला देते हुए मेडिकल प्रशासन के उस समय के दो डॉक्टरों पर 3 लाख का जुर्माना लगाया है. इस मामले में जुर्माने से मेडिकल कॉलेज में हड़कंप मच गया है.
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