मेरठ में IMA के आह्नान पर डॉक्टरों की हड़ताल, अस्पतालों के OPD रहेंगे बंद
मेरठ: आर्युवेद और आयुष डॉक्टरों को सर्जरी जैसी बड़ी जिम्मेदारी दिए जाने के खिलाफ आईएमए के आह्वान पर शहर में डॉक्टर हड़ताल पर जा रहे हैं. जिसके चलते शुक्रवार को सिर्फ कोविड मरीजों और इमरजेंसी में आने वाले मरीजों का ही उपचार हो सकेगा. इसी कड़ी में सरकारी अस्पताल में आने वाले रोगियों को इलाज मुहैया करवाया जाएगा. वहीं, जो आईएमए से संबंधित निजी क्लीनिक होंगे उनके खुलने की संभावना कम ही है. ऐसे में मरीजों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ेगा.
इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ अनिल कपूर, महामंत्री डॉ मनीषा त्यागी ने हड़ताल पर अपनी व्यथा सुनाते हुए बताया, नई मेडिकल शिक्षा नीति में आयुर्वेद डॉक्टरों से भी सर्जरी कराने का निर्णय लिया गया है. जो मरीजों के लिए बेहद खराब रहने वाली है और उसका प्रभाव भविष्य में देखने को मिलेगा. यह पूरी तरह से गलत है और जिसकी इजाजत ही मिलना काफी चिंताजनक है. उन्होंने बताया कि मरीजों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ हो सकता है.
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जिसके खिलाफ आईएमए है. आईएमए इस नीति का पूरी तरह से विरोध करता है. इसलिए 11 दिसंबर को निजी डॉक्टरों ने आईएमए को अपना समर्थन देते हुए ओपीडी बंद रखने का फैसला किया है. आपको बता दें कि हड़ताल सुबह छह से शाम छह बजे तक रहेगी. इस दौरान डॉक्टर सामान्य मरीज नहीं देखेंगे. सिर्फ इमरजेंसी मरीज को ही देखेंगे.
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यह हड़ताल नई मेडिकल शिक्षा नीति के खिलाफ होने जा रही है. बता दें कि आईएमए से संबंधित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन से जुड़े डॉक्टर ओपीडी बंद रखेंगे. इस बंदी पर मात्र इमरजेंसी वार्ड खोलने की व्यवस्था उपलब्ध रहेगी.
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