मेरठ: सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर करते थे लाखों की ठगी, सरगना ने उगला राज

Smart News Team, Last updated: Wed, 11th Nov 2020, 3:14 PM IST
  • मेरठ: पुलिस ने हाल ही में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों को फंसाता था और उनसे ठगी करता था. दरअसल, यह गिरोह उन लोगों को फंसाता था, जो बेरोजगारी के कारण नौकरी पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते थे.
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मेरठ: पुलिस ने हाल ही में एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर लोगों को फंसाता था और उनसे ठगी करता था. दरअसल, यह गिरोह उन लोगों को फंसाता था, जो बेरोजगारी के कारण नौकरी पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते थे. वह उनसे सरकारी नौकरी दिलवाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करते थे. इस गिरोह को सर्विलांस टीम और मेडिकल पुलिस ने पकड़ लिया है. इस मामले में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया है.

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गिरोह के सरगना योगेंद्र शर्मा ने खुलासा करते हुए कई राज खोले. उन्होंने बताया कि आखिर वह किसी तरह से लोगों को फंसाते थे. योगेंद्र शर्मा ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ मिलकर ऐसे बेरोजगार युवको को तलाशते थे, जिन्हें इंटर या बीए करने के पश्चात नौकरी की तलाश हो. ऐसे जरूरतमंद युवकों को इस गिरोह के लोग अपने झांसे में फंसाकर उन्हें आर्मी, पुलिस, एफसीआई में सरकारी नियुक्ति दिलाने के लिये तैयार कर लेते थे. बेरोजगार युवका को अपने साथ गाड़ी में बैठाकर लखनऊ, दिल्ली में ले जाकर किसी होटल में बिठाकर अपने गिरोह के दूसरे सदस्य से मिलवातें थे, जो उनसे सरकारी विभाग का अफसर बनकर मिलता था.

योगेंद्र शर्मा ने आगे बताया कि इसके बाद उनसे सभी जरूरी कागज जैसे, अंकतालिका, आधार कार्ड, जाति व निवास प्रमाण पत्र आदि अपने पास जमा करा लेते थे. इसके बाद व्यक्ति की जरूरत व सरकारी विभाग के अनुसार 3 से 6 लाख रुपये नौकरी दिलाने के नाम पर ले लेते थे. इस गिरोह द्वारा रुपये वसूलने के बाद पैसे देने वाले व्यक्ति को फर्जी नियुक्ति पत्र भी दे दिया जाता था.

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