मेरठ: संक्रमित मरीज मरने के 15 दिन बाद सूचना देने मामले में छह लोगों पर कार्रवाई

Smart News Team, Last updated: Thu, 13th May 2021, 1:05 PM IST
संक्रमित मरीज के मरने के 15 दिन बाद परिवार वालों को मौत की खबर देने के मामले में मेरठ मेडिकल कॉलेज की 3 सदस्य की कमेटी ने इस पूरे मामले पर बुधवार को रिपोर्ट पेश की. रिपोर्ट के आधार पर प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने दो सीनियर डॉक्टर, एक संविदा डॉक्टर और 3 स्टाफ नर्स कर्मचारी पर कार्रवाई की है.
पंद्रह दिन बाद संक्रमित मरीज की मौत की खबर देने मामले में छह लोगों पर हुई कार्रवाई. (प्रतीकात्मक फोटो)

मेरठ : कोरोना संक्रमित संतोष कुमार की मौत की खबर देर से देने के मामले में मेरठ मेडिकल अस्पताल के छह डॉक्टरों सहित कर्मचारियों पर अस्पताल के प्राचार्य में कार्रवाई करते हुए इनके कार्रवाई संस्तुति को डीजी हेल्थ को भेज दिया है. दरअसल मेरठ मेडिकल कॉलेज में 21 अप्रैल को भर्ती हुए 61 साल के संतोष कुमार की मौत 23 अप्रैल कोरोना संक्रमण के वजह से हो गई. लेकिन अस्पताल प्रशासन ने बड़ी लापरवाही करते हुए उनके मौत की खबर उनके परिवार वालों को 15 दिन बाद 8 मई को दिया गया था.

मेडिकल कॉलेज की प्राचार्य डॉ ज्ञानेंद्र कुमार ने अस्पताल के दो सीनियर डॉक्टरों की वेतन की बढ़ोतरी को रोकते हुए चेतावनी जारी किया है. अस्पताल के एक कॉन्ट्रैक्ट पर रखे गए जूनियर डॉक्टर का सैलरी काटा है. साथ ही अस्पताल के तीन नर्सों का प्रमोशन रोकने के साथ उनका सैलरी भी काटा है. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने इन सभी के खिलाफ की गई कार्रवाई की संस्तुति को डीजी हेल्थ के पास भेज दी है.

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15 दिनों तक अस्पताल से संक्रमित संतोष कुमार के स्वास्थ्य की कोई सूचना न मिलने पर मृतक संतोष कुमार की बेटी ने सोशल मीडिया पर मुख्यमंत्री योगी से सहायता मांगी थी जो काफी वायरल होने लगी थी. इसके बाद स्थानीय प्रशासन में खलबली मच गई. प्राचार्य ने इसकी जांच के लिए इन सदस्यों की कमेटी को बनाया. कमेटी ने बुधवार को अपनी रिपोर्ट अस्पताल के प्राचार्य को पेश कर दी. जिसके आधार पर प्राचार्य डॉ ज्ञानेंद्र कुमार ने कार्रवाई की. फिलहाल इस मामले पर प्रदेश कैबिनेट मंत्री सहित जिले के जिलाधिकारी भी नजर बनाए हुए हैं.

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