मोदी सरकार के कृषि विधेयक विरोध में मेरठ में आम आदमी पार्टी का धरना प्रदर्शन

Smart News Team, Last updated: Wed, 23rd Sep 2020, 4:15 PM IST
मेरठ में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार द्वारा पारित कृषि अधिनियम के विरोध में धरना प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने इसे काला कानून बताया. उन्होंने कहा कि बिल के विरोध में उनका संघर्ष संसद से सड़क तक जारी रहेगा.
धरने पर बैठे आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता

मेरठ. मेरठ में बुधवार को आम आदमी पार्टी द्वारा कृषि सुधार अधिनियम के विरोध में धरना प्रदर्शन किया गया. कार्यकर्ताओं ने इस बिल को किसान विरोधी काला कानून बताते हुए इसके विरोध में प्रदर्शन किया. कार्यकर्ताओं ने इसे संसद और लोकतंत्र की हत्या कहा.

आप के प्रदेश सचिव अंकुश चौधरी ने बताया कि केंद्र सरकार ने कृषि सुधार अधिनियम का जो काला कानून संसद में पास किया है. उससे सरकार ने किसानों की पीठ पर खंजर घोपने का काम किया है. सरकार के द्वारा पारित इस कानून में एमएसपी का लिखित रूप में कोई भी जिक्र नहीं किया गया है. जो किसानों के साथ एक धोखा है. आम आदमी पार्टी इस कानून का विरोध करती है.

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इसके अलावा आम आदमी पार्टी जिला मुजफ्फरनगर के जिलाध्यक्ष अरविंद बालियान ने कहा कि केंद्र सरकार यह बताएं कि एक छोटा किसान कैसे भंडारण कर सकता है. सरकार ने इस बिल के द्वारा किसानों की जमीन को सीधे कॉर्पोरेट के हवाले कर दिया है. किसान इस देश की रीड की हड्डी है और सरकार ने ये कानून बनाकर उनकी इस हड्डी पर ही वार किया है. सरकार के इस कानून का हम विरोध करते हैं और इसके विरोध में यह संघर्ष हम संसद से सड़क तक जारी रखेंगे.

वहीं आप के वरिष्ठ नेता केपी सिंह सोम का कहना है कि संसद के इतिहास में यह कृषि अधिनियम राज्यसभा में और संवैधानिक तरीके से पारित किया गया है. केंद्र सरकार इस कानून पर संसद के सदस्यों की वोटिंग के बिना ही इसे लागू कर तानाशाही कर रही है. और जब आप के सांसद संजय सिंह ने इसका विरोध किया तो उन्हें और विरोध करने वाले सांसदों को संसद के वर्तमान सत्र से निष्कासित कर दिया. यह सरकार के द्वारा संसद की हत्या है.

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आप के कार्यकर्ताओं की केंद्र सरकार से मांग है कि सरकार यह सुनिश्चित करें कि किसान की फसल एमएसपी से कम दाम पर खरीद प्रतिबंधित हो और यदि देश में कहीं भी कोई किसान आत्महत्या करता है तो उसके आश्रितों के लिए एक करोड़ मुआवजे का प्रावधान भी होना चाहिए.

धरने में आम आदमी पार्टी के प्रदेश सचिव अंकुश चौधरी, एडवोकेट के पी सिंह और जिलाध्यक्ष मुजफ्फरनगर अरविंद वालियान के अलावा डॉ गुरमिंन्दर सिंह, सुशील कुमार पटेल, रोहन त्यागी, गोहर सिद्धिकी, फारूख किदवई, जी एस राजवंशी,डॉ फुरखान त्यागी, चौधरी नरेन्द्र सिंह, अनिल कुमार, अय्यूब कस्सार, हरपाल जाटव, गणेश, इस्तकार, रियाजुद्दिन खान,संजय जोशी,हिमांशु वत्स आदि शामिल रहे.

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