मेरठ: गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देख ग्रामीणों में भय का माहौल

Smart News Team, Last updated: Wed, 12th Aug 2020, 12:10 PM IST
  • गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एसडीएम ने मैदानी क्षेत्रों का किया दौरा. एसडीएम ने कमजोर तटबंधों को मजबूत किए जाने का दिया निर्देश.
प्रतीकात्मक तस्वीर 

मेरठ. गंगा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है. मंगलवार को नदी के जल स्तर में काफी वृद्धि देखने को मिली जिसके चलते आसपास क्षेत्र के लोग दहशत में हैं. गंगा के बढ़ते उफान को देख लोग सहम जा रहे हैं.

स्थानीय लोगों का कहना है कि लगभग बरसात का मौसम समाप्त होने की ओर है और गंगा नदी के जलस्तर में इजाफा हो रहा है. इस वर्ष उनकी गन्ने व धान की फसल भी अच्छी है लेकिन यदि गंगा नदी का जलस्तर यूं ही बढ़ता रहा तो फसल नुकसान होने का ख़तरा बढ़ जाएगा.

बिजनौर बैराज के अवर अभियंता पीयूष कुमार का कहना है कि बिजनौर बैराज से शाम पांच बजे गंगा नदी का जलस्तर एक लाख सात हजार क्यूसेक डिस्चार्ज पर चल रहा है लेकिन भीमगोड़ा बैराज से नदी के जलस्तर मे लगातार वृद्धि हो रही है और शाम पांच बजे जलस्तर बढ़कर एक लाख नब्बे हजार क्यूसेक तक पहुंच गया. जिससे लगता है बुधवार की सुबह तक नदी के जलस्तर में बिजनौर बैराज से भी वृद्धि हो जाएगी. कई स्थानों पर नदी का पानी किनारों से बाहर निकलकर खेतों में फैल रहा है.

क्षेत्र के भीकुंड, दूधली खादर, मखदूमपुर व जलालपुर आदि गांवों के जंगलों में पानी भर गया है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि नदी का पानी काफी समय तक खेतों में भरा रहा तो फसलों को नुकसान पहुंच सकता है.

मखदूमपुर गांव में पानी मंदिर के समीप तक पहुंच गया है जिससे लोगों को चारा लाने में परेशानी हो रही है. हालांकि अभी तक बाढ़ जैसी कोई स्थिति नही है.

गंगा के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए एसडीएम ने किया दौरा

गंगा नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए मंगलवार को एसडीएम कमलेश कुमार गोयल, तहसीलदार अजय उपाध्याय व सिंचाई विभाग के एसडीओ पीके जैन ने गंगा के मैदानी क्षेत्र का दौरा किया. एसडीएम ने जिन स्थानों पर तटबंध कमजोर है, उन स्थानों पर तटबंध को मजबूत करने के निर्देश दिए. प्रशासन लगातार नदी के जलस्तर पर नजर रखे हुए है. वही सिंचाई विभाग के इंजीनियर भी तटबंध की निगरानी कर रहे है.

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