मेरठ: भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष ने कहा कृषि कानून से केवल बिचौलिए हो रहे परेशान

Smart News Team, Last updated: Wed, 7th Oct 2020, 3:33 PM IST
  • भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष सुरेंद्र सिंह नागर ने कहा कि केवल राजनीति करने वाले ही कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं. पंजाब या हरियाणा में केवल बिचौलिए ही कृषि कानून से परेशान है. कृषि कानून लागू होने से किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य मिल रहा है. इससे किसान खुशहाल हैं. इस कानून से किसानों आमदनी बढी है.
भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष  ने कहा कि केवल राजनीति करने वाले ही कृषि कानून का विरोध कर रहे हैं.

मेरठ। भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष व राज्यसभा सदस्य सुरेंद्र सिंह नागर ने मेरठ में सोमवार को दौरा किया. इसके बाद उन्होंने सर्किट हाउस में पत्रकारों के साथ बातचीत की. उन्होंने कृषि बिल पर अपनी बात रखते हुए कहा कि कृषि विधेयक और हाथरस कांड पर राजनीति करने वाले पहले अपने गिरेबान में झांक लें. कृषि विधेयक और हाथरस कांड पर राजनीति करने वालों की जब सरकार थी तो किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा था.

आज सरकार पहले ही न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर देती है. इससे बिचौलिए परेशान दिख रहे हैं. कृषि विधेयक का विरोध सिर्फ राजनीति करने वाले लोग ही कर रहे हैं.

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कृषि विधेयक लागू होने से पंजाब और हरियाणा में बिचौलिए परेशान हैं. अब उन्हें किसानों की उपज को सस्ते दामों में खरीदने को नहीं मिल रहा है.

इससे वह परेशान है. किसान अपनी उपज को कहीं भी कभी भी मनचाहे दाम पर बेच सकता है. पहले किसानों को उनके जिलों या आसपास के क्षेत्र में ही बेचने की बाध्यता थी। ऐसे में यह बाध्यता समाप्त हो जाने से किसानों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है. वह अपनी उपज का मनचाहा दाम पा रहे हैं.

यह कानून किसानों को उनकी उपज का उचित मूल्य दिलाने वाला है. हाथरस प्रकरण में उन्होंने कहा कि जो भी लोग इसमें दोषी होंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. राज्य सरकार ने सीबीआई जांच किए जाने की मांग की है.

इस दौरान जिलाध्यक्ष अनुज राठी, पूर्व विधायक रणवीर राणा, पूर्व एमएलसी जगत सिंह, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य देवेंद्र गुर्जर व सुनील पासवान आदि मौजूद रहे.

राहुल गांधी दिन में ही सरकार बनाने के देख रहे सपने

उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी कृषि कानून को अपनी सरकार में कूड़ेदान में फेंकने वाला बयान दे रहे हैं. राहुल गांधी दिन में ही सपने देख रहे हैं.

उनकी सरकार आएगी ही नहीं तो वह इस बिल को कूड़ेदान में कैसे फेकेंगे. कांग्रेस किसानों की इतनी ही हितैषी थी तो अपनी सरकार में बिल बनाने के बाद इसे लागू क्यों नहीं किया. क्यों इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया.

कांग्रेस कभी भी किसानों की हितेषी नहीं रही है. भारतीय जनता पार्टी ने किसानों के साथ न्याय करते हुए उनकी उपज को देश के किसी भी हिस्से में बेचकर मुनाफा कमाने का मौका दिया है.

 

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