मेरठ: आंदोलन कर रहे PVVNL के इंजीनियरों की मांगी गई जानकारी, हो सकती है कार्रवाई
- मेरठ में आंदोलन कर रहे बिजली अफसरों और कर्मियों लेकर ऊर्जा भवन मुख्यालय से पश्चिमांचल के सभी छह जोन के मुख्य इंजीनियरों को पत्र लिखा गया है. जिसमें आंदोलन में शामिल होकर कार्य बहिष्कार करने वाले इंजीनियरों की रोजाना जानकारी मांगी गई है. माना जा रहा है कि अब उनके खिलाफ कार्रवाई हो सकती है.

मेरठ. बिजली इंजीनियर पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन के खिलाफ और अपनी लंबित मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे बिजली अफसरों और कर्मियों लेकर पश्चिमांचल डिस्कॉम के अधिकारियों ने कड़ा रुख अपना लिया है. बता दें कि ऊर्जा भवन मुख्यालय से पश्चिमांचल के सभी छह जोन के मुख्य इंजीनियरों को पत्र लिखा गया है. जिसमें आंदोलन में शामिल होकर कार्य बहिष्कार करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों की रोज जानकारी उपलब्ध कराने को कहा गया है. माना जा रहा है कि अब उनके खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी हो रही है.
बता दें कि इंजीनियरों को भेजे पत्रों में अपर मुख्य सचिव ऊर्जा द्वारा जारी शासनादेश का हवाला देते हुए छह महीने तक हड़ताल निषिद्ध किए जाने के आदेश से अवगत कराया है. उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में कार्य बहिष्कार करना, रैली करना आदि गलत और अवैधानिक है. प्रदेश सरकार के आदेश के तहत जुर्माना समेत एक साल तक कारावास के प्रावधान भी हैं.
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मालूम हो कि बिजली इंजीनियर पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन की ओर से जारी निर्देश और प्रावधान के तहत काम नहीं तो वेतन नहीं के सिद्धांत का कड़ाई से पालन किए जाने का भी आदेश हैं. साथ ही ऐसी स्थिति में मुख्य अभियंताओं से विभागीय संगठनों, संघों द्वारा प्रस्तावित धरना-प्रदर्शन, विरोध सभा, रैली, कार्य बहिष्कार आदि में भाग लेने वाले सभी अधिकारियों और कर्मचारियों का विवरण हर दिन शाम पांच बजे तक ऊर्जा भवन मुख्यालय को उपलब्ध कराने को कहा गया है.
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