मेरठ: किसानों ने रोका आउटर रिंग रोड प्रोजेक्ट का काम, बोले- निशान कहीं और लगे, पैसा किसी और को दिया

Swati Gautam, Last updated: Thu, 14th Oct 2021, 3:03 PM IST
  • मेरठ के एनएचएआई के आउटर रिंग रोड प्रोजेक्ट का काम किसानों ने रोक दिया है. किसानों का आरोप है कि खेतों में एलाइनमेंट के निशान लगाए गए, लेकिन मुआवजा बराबर वाले खेतों को दे दिया गया. किसान मामले की जांच की भी मांग कर रहे हैं.
मेरठ: किसानों ने रोका आउटर रिंग रोड प्रोजेक्ट का काम, बोले- निशान कहीं और लगे, पैसा किसी और को दिया

मेरठ. एनएचएआई के आउटर रिंग रोड प्रोजेक्ट में गड़बड़ी का मामला सामने आ रहा है जिसे लेकर किसानों ने विरोध जताया और आउटर रिंग रोड के कार्य को रोक दिया है. किसानों का आरोप है कि हमारे खेतों में एलाइनमेंट के निशान लगाए गए, लेकिन मुआवजा बराबर वाले खेतों में दे दिया गया जिसको लेकर किसान विरोध कर रहे हैं. इतना ही नहीं किसानों ने एनएचएआई, लेखपाल पर मिलीभगत कर गड़बड़ी करने के भी आरोप लगाए हैं. गुस्साए किसानों ने आउटर रिंग रोड के कार्य को रोका जिसके बाद टाटा कंपनी के प्रतिनिधि बिना कार्य किए लौट गए.

बता दें कि मेरठ-गढ़ हाईवे चौड़ीकरण में शामिल गढ़ रोड से हापुड़ रोड को मिलाने वाला 12 किमी का मार्ग है. इस मार्ग में हापुड़ रोड स्थित हाजीपुर के एक किमी के हिस्से में एलाइनमेंट कराए गए थे. जो कि मुवावजा देने के समय बदल दिए गए. बदले जाने को लेकर किसानों ने विरोध शुरू कर दिया है. बताया जा रहा है कि तीन साल पहले इस मार्ग का सर्वे किया गया था तीन बार के सर्वे में जिन खेतों में एलाइनमेंट के निशान लगाए गए हैं, अब उनसे अलग एलाइनमेंट निकाला जा रहा है.

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मामले के तूल पकड़ने के बाद से लेखपाल यासीन अली का कहना है कि एनएचएआई ने थ्री-डी से एलाइनमेंट तैयार किया है जिसमें एक बार में ही 25 किमी क्षेत्र का सर्वे किया जाता है. इस टेक्नोलोजी के चलते ही खेतों में निशान लगाए गए हैं. हो सकता है जिस कंपनी ने खेतों में निशान लगाए, वो निशान गलत लगा दिए हों. वहीं किसानों का कहना है कि मामले की जांच कराई जानी चाहिए. इस विरोध में किसान रियाजुद्दीन, नसीरुद्दीन, मुश्ताक, मौहम्मद उमर, चांद, शहजाद, अरस, सिब्बन, आजाद, योरोप, शहजाद, शाहरुख आदि भी शामिल रहे.

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