स्वच्छता में मेरठ नीचे से छठवें पायदान पर
- स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के नतीजे आ चुके हैं. जिसमें 47 बड़े शहरों की रैंकिंग की गई थी. जिसमें मेरठ 41 में स्थान पर रहा. इसके अलावा मेरठ 10 सबसे गंदे शहरों में शामिल हुआ है.

मेरठ: स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के नतीजे आ चुके हैं. जिसमें 47 बड़े शहरों की रैंकिंग की गई थी. जिसमें मेरठ 41 में स्थान पर रहा. इसके अलावा मेरठ 10 सबसे गंदे शहरों में शामिल हुआ है. गत दिवस देश के 4242 शहरों के स्वच्छता की रैंकिंग जारी की गई थी. स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के नतीजे मेरठ के लिए अच्छे नहीं रहे. इस बार मेरठ ने उत्तर प्रदेश के 47 बड़े शहरों में 41 में स्थान पाया है. प्रदेश के सबसे गंदे 10 शहरों में मेरठ का नाम शामिल हुआ है. जबकि मेरठ कैंट देश के 62 छावनियों में इस बार तीसरे स्थान पर रहा है जबकि वर्ष 2019 में वह दूसरे स्थान पर था और उसे पुरस्कार भी मिला था.
स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम ने यह बात साबित कर दी है कि मेरठ के गंदे शहरों में गिनती होने के कारण इस बार उसे नहीं बुलाया जाएगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी के वर्चुअल कार्यक्रम में कैंट बोर्ड के सीईओ श्री प्रसाद और कैंट टीम को पुरस्कार के लिए एनआईसी बुलाया गया. जिसमें नगर निगम में लखनऊ, वाराणसी, शाहजहांपुर और फिरोजाबाद को ही सम्मान के लिए बुलाया गया.
स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 में कुल 6000 अंकों की प्रतियोगिता हुई थी. जिसमें मेरठ नगर निगम को 6000 अंकों में 2314.59 अंक ही प्राप्त हो सके जबकि वर्ष 2019 में नगर निगम मेरठ कि देश में रैंकिंग 286 जो इस बार 220 वें स्थान पर माना जा रहा है.
मेरठ नगर निगम के नगर आयुक्त डॉ अरविंद कुमार चौरसिया ने बताया कि स्थिति में पहले से सुधार हुआ है. यही कारण है कि 47 शहरों में इस बार मेरठ को 41 वां स्थान मिला है. पहले यह स्थिति अच्छी नहीं थी जिसे और अधिक अच्छा बनाए जाने के लिए हम लोग काफी मेहनत कर रहे हैं.
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