हाथरस मामला: योगी सरकार पर भड़का विपक्ष, कहा- नैतिक रूप से भ्रष्ट है सरकार
- हाथरस मामले में उत्तर प्रदेश की योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. कांग्रेस, सपा और बसपा सहित तमाम विपक्षी दलों ने योगी आदित्यनाथ और यूपी पुलिस की अब तक की कार्रवाई पर प्रश्न चिन्ह खड़ा किया है.

उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए गैंगरैप के मामले में यूपी की योगी सरकार विपक्ष के निशाने पर है. विपक्षी दल कानून-व्यवस्था और पुलिसिया कार्रवाई को लेकर लगातार योगी सरकार की आलोचना कर रहे हैं. इसी क्रम में विपक्ष ने यूपी सरकार को नैतिक रूप से भ्रष्ट है. कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी ने कहा, “इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ यूपी सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार कतई भी स्वीकार नहीं है. किसी भी हिन्दुस्तानी को यह स्वीकार नहीं होना चाहिए.”
इस प्यारी बच्ची और उसके परिवार के साथ UP सरकार और उसकी पुलिस द्वारा किया जा रहा व्यवहार मुझे स्वीकार नहीं।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 3, 2020
किसी भी हिन्दुस्तानी को ये स्वीकार नहीं करना चाहिए।#HathrasHorror
वहीं प्रियंका गांधी ने कहा कि पीड़िता को समय से इलाज नहीं मिला, जिससे वह आज इस दुनिया में नहीं है. परिवार वालों की शिकायत समय पर नहीं लिखी गई, शव को जबरदस्ती जलाया गया, अब परिवार कैद में है, उन्हें धमकाया जा रहा है, अब उनका नार्को टेस्ट भी होगा. यह व्यवहार देश को कतई मंजूर नहीं है. सरकार और अधिकारियों को पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद करना चाहिए. गौरतलब है कि गुरूवार को प्रियंका और राहुल गांधी गुरूवार को पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए दिल्ली से हाथरस रवाना हुए थे, लेकिन उन्हें रास्ते ही रोक लिया गया. उनके साथ धक्का मुक्की भी हुई.
यूपी सरकार नैतिक रूप से भ्रष्ट है।
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) October 3, 2020
पीड़िता को इलाज नहीं मिला, समय पर शिकायत नहीं लिखी, शव को जबरदस्ती जलाया, परिवार कैद में है, उन्हें दबाया जा रहा है - अब उन्हें धमकी दी जा रही कि नार्को टेस्ट होगा।
ये व्यवहार देश को मँजूर नहीं।
पीड़िता के परिवार को धमकाना बंद कीजिए।
वहीं इस मामले में बसपा सुप्रीमो मायावती पर अब तक सक्रिय ना होने का आरोप लग रहा है. अब मायावती ने भी बयान दिया है कि इस मामले में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को दखल देना चाहिए, जो कि खुद एक दलित परिवार से आते हैं. उन्होंने कहा, “हाथरस जघन्य गैंगरेप काण्ड को लेकर पूरे देश में ज़बरदस्त आक्रोश है. इसकी शुरूआती आई जांच रिपोर्ट से जनता सन्तुष्ट नहीं है. अतः इस मामले की सीबीआई या सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जाँच होनी चाहिए. माननीय राष्ट्रपति जी उत्तर प्रदेश और एक दलित परिवार से आते हैं, उन्हें मामले में दखल देना चाहिए और यूपी सरकार को निर्देशित करना चाहिए कि वह पीड़ित परिवार को जल्द से जल्द न्याय दिलाए.”
2. साथ ही, देश के माननीय राष्ट्रपति यू.पी. से आते हैं व एक दलित होने के नाते भी इस प्रकरण में ख़ासकर सरकार के अमानवीय रवैये को ध्यान में रखकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिये दखल देने की भी उनसे पुरज़ोर अपील। 2/2
— Mayawati (@Mayawati) October 3, 2020
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