स्कूल खोले जाने के विरोध में अभिभावकों का मेरठ शिक्षा अधिकारी के ऑफिस के बाहर प्रदर्शन

Smart News Team, Last updated: Fri, 16th Oct 2020, 3:57 PM IST
  • मेरठ में शुक्रवार को स्कूल अभिभावकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की. अभिभावकों की मांग है कि महामारी खत्म होने तक स्कूल न खोले जाएं और स्कूलों की मनमानी फीस पर कार्यवाही की जाए.
मेरठ में स्कूल खोले जाने पर अभिभावकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के गेट पर धरना प्रदर्शन और जमकर नारेबाजी की.

मेरठ. स्कूलों में विद्यार्थियों से ली जा रही फीस और स्कूल खोले जाने के विरोध में मेरठ में शुक्रवार को अभिभावकों ने बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन किया. बेसिक शिक्षा अधिकारी के न मिलने पर अभिभावक गेट पर ही धरने पर बैठ गए और जमकर नारेबाजी की. अभिभावकों ने वित्त अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर स्कूलों पर कार्यवाही करने की मांग की.

शुक्रवार को अभिभावक संघ के अध्यक्ष एडवोकेट कपिल शर्मा के नेतृत्व में अभिभावकों ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय में प्रदर्शन और नारेबाजी की. बेसिक शिक्षा अधिकारी के ऑफिस में न मिलने पर अभिभावक कार्यालय के गेट पर धरने पर बैठ गए. वे काफी देर तक बेसिक शिक्षा अधिकारी को बुलाने की मांग पर अड़े रहे.

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अभिभावकों को कर्मचारियों ने बताया कि बेसिक शिक्षा अधिकारी नियुक्ति पत्र बांटने गए हैं. समझाने के बाद अभिभावकों ने कार्यालय का चार्ज संभाल रहे वित्त अधिकारी को अपना ज्ञापन सौंपा. अभिभावकों की मांग है कि जब तक कोरोना महामारी ठीक न हो स्कूल न खोले जाएं. अभिभावकों ने फीस ज्यादा लेने पर स्कूलों पर कार्यवाही की भी मांग की है. अपने ज्ञापन में अभिभावकों ने कहा कि बच्चों की 5 महीने की फीस माफ की जाए, स्कूलों की बैलेंस सीट देखी जाए और ऑनलाइन पढ़ाई का स्तर देखकर ही फीस तय की जाए.

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स्कूलों के खिलाफ बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय पर प्रदर्शन करने वाले अभिभावकों में कपिलराज शर्मा, कुलदीप त्यागी, जीतू नागपाल, मनीष शर्मा, संदीप गुप्ता, संजय कुमार और अन्य लोग मौजूद रहे. आपको बता दें कि योगी सरकार ने प्रदेश में 19 अक्टूबर से स्कूल खोलने की इजाजत दे दी है. इसके लिए योगी सरकार ने कहा कि अगर अभिभावक बच्चों को स्कूल नहीं भेजना चाहते हैं तो उनकी ऑनलाइन क्लास चलती रहेगी.

 

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