कोरोना से ठीक होने के बाद भी वेंटिलेटर में रखे जा रहे मरीज, जानिए क्या है वजह
- देश में जहां कोरोना का खतरा कम होता जा रहा है, वहीं, दूसरी ओर कोविड-19 से ठीक हुए मरीजों में एक अलग ही बीमारी देखने को मिल रही है. दरअसल, लोगों में शरीर में थकान, कमजोरी व चक्कर आने जैसी समस्याएं पैदा हो रही हैं

मेरठ: देश में जहां कोरोना का खतरा कम होता जा रहा है, वहीं, दूसरी ओर कोविड-19 से ठीक हुए मरीजों में एक अलग ही बीमारी देखने को मिल रही है. दरअसल, कोरोना संक्रमण से मुक्त होने के बाद हल्की थकान, कमजोरी, वजन कम होना, भूख का कम लगना तो आम बात थी, लेकिन कई मरीज अन्य गंभीर लक्षणों के साथ अब अस्पताल आ रहे हैं. डॉक्टरों के अनुसार कई मरीज ऐसे आए कि जिन्हें कोरोना वायरस से मुक्त होने के बाद भी आईसीयू में व वेंटिलेटर पर रखना पड़ रहा है, इसलिए अब पोस्ट कोविड क्लीनिक खोलने की तैयारी चल रही है.
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इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ राजकुमार ने बताया कि अभी हाल ही में एक मरीज अस्थमा जैसी दिक्कत के साथ अस्पताल पहुंचा. उसके फेफड़े में काफी सिकुड़े पाए गए. इस वजह से वह बिल्कुल भी सांस नहीं ले पा रहा था. उसका ऑक्सीजन लेवल बहुत कम हो गया था, लिहाजा उसे आईसीयू में भर्ती करना पड़ा. इसी तरह कई अन्य मरीज लिवर, किडनी की समस्या से ग्रस्त होकर विभिन्न अस्पतालों में पहुंच रहे हैं. जिन्हें वेंटिलेटर तक पर रखने की नौबत आ रही है.
डॉ. राजकुमार ने इसका कारण बताते हुए कहा कि कोरोना संक्रमण से मुक्त होने के बाद भी अगले एक-दो महीने तक अधिकांश मरीजों की इम्युनिटी वापस नहीं आ पा रही है. इससे शरीर में थकान, कमजोरी व चक्कर आने जैसी समस्याएं पैदा हो रही हैं, इसलिए संक्रमण से ठीक हो जाने के बाद भी मरीजों को पहले से अधिक सतर्कता बरतनी चाहिए. साथ ही खानपान का भी विशेष ध्यान रखना चाहिए.
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