किसान आंदोलन के समर्थन में सपा की महापंचायत, बीजेपी पर साधा निशाना

Smart News Team, Last updated: Fri, 12th Feb 2021, 9:28 AM IST
  • गुरुवार को किसान आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी की नेताओं ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. सपा ने तीनों कृषि कानूनों को काला कानून बताते हुए सरकार से जल्द वापसी की मांग की.
आधा दर्जन सपा नेताओं को पुलिस ने उनके घर में ही नजरबंद कर लिया है.

मेरठ: दिल्ली बॉर्डर पर नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन जारी है. वहीं, गुरुवार को किसान आंदोलन के समर्थन में समाजवादी पार्टी ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर निशाना साधा. जिले के फलावदा में बस स्टेंड के सामने गुरुवार को आयोजित की गई किसान पंचायत में सपा ने तीनों कृषि कानून को काला कानून बताया. पंचायत में सपा की तरफ से ग्रामीणों से बीजेपी के खिलाफ बहिष्कार की मुहिम चलाने का आह्वान किया गया.

किसान महापंचायत में सपा नेता अतुल प्रधान ने तीनों कृषि कानूनों को काला कानून बताते हुए सरकार से जल्द वापसी की मांग की. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा लाया गया कृषि कानून किसानों के साथ जनता के लिए भी डेथ वारंट है. सत्ता में वापस लौटे तो सरकार से ब्याज सहित जुल्मों का हिसाब लिया जाएगा.

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वहीं, बसपा छोड़ सपा में शामिल हुए पूर्व विधायक योगेश वर्मा ने भाजपा नीति को देश विरोधी बताते हुए कहा कि कि किसानों को देशद्रोही कहा जा रहा है. जबकि सीमा पर किसानों के लाल कुर्बान होते हैं. इस मौके पर सपा जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह, पूर्व चेयरमैन शफीक मिर्जा, आदिल चौधरी, मोहित तोमर, बिल्लू प्रधान, मोनू पवार, राजन वर्मा, विजय यादव मुरादाबाद, गुलाम जौला, राजदीप, विनीत भराला, जतन भाटी, जितेंद्र गुर्जर, पंकज व आनंद प्रकाश आदि मौजूद रहे.

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