कोरोना की लहर थमी तो विकास ट्रैक पर चढ़ाने की कोशिश शुरू,गांवों में बन रहे प्लान
- गांवों के विकास को लेकर प्लान बनने शुरू हो गए हैं. नवनिर्वाचित प्रधान विकास और सौंदर्यीकरण के प्रस्ताव लेकर पंचायत राज विभाग के पास पहुंचना शुरू हो गए हैं.

मेरठ. कोरोना की दूसरी लहर के प्रकोप के कम होने के बाद अब विकास की रफ्तार अपने ट्रैक पर चढ़ने लगी है. पंचायत चुनाव के बाद नवर्निवाचित प्रधानों का गांवों के विकास की तरफ झुकाव दिखने लगा है. गांवों के विकास के साथ ही सौंदर्यीकरण को लेकर भी प्रधानों में उत्सुकता है. इसके लिए नए विकास कार्यों को प्लान में शामिल किया जा रहा है. गांवों के विकास को पटरी पर लाने के लिए फिलहाल बजट पास नहीं हुआ है.
गांवों के विकास को लेकर नए प्रधान अपनी टीम और प्लान के साथ तैयार हैं. कई गांवों में तो लोगों से बात करके उनके विचार भी लिए जा रहे हैं. जिससे विकास के साथ लोगों की जरूरतों को भी समझा जा सके. नए प्रधान गांवों को सजाने और संवारने के प्लान के साथ लोगों के बीच पहुंच रहे हैं. ऐसे में सड़क, रास्ते, नाली, स्ट्रीट लाइट और पीने के पानी के नल आदि की सुविधा पर सभी के प्रमुख मुद्दे हैं.
अलीगढ़-सहारनपुर की नई यूनिवर्सिटी को 100 करोड़ देंगे आगरा-मेरठ विश्वविद्यालय
सौंदर्यीकरण को लेकर भी कई गांव सजग हैं. इसके लिए प्रवेश द्वार और प्रमुख रास्तों पर सुंदर फूल और पौधारोपण भी ग्राम प्रधानों के प्लान में हैं. नव निर्वाचित प्रधान अपने प्रस्ताव लेकर पंचायत राज विभाग के पास पहुंच भी रहे हैं. कोरोना महामारी में कई ग्राम प्रधानों ने एक्शन लेते हुए मेडिकल किट, सैनिटाइजर और मास्क को लेकर लोगों में जागरूकता फैलाई है. साथ ही इलाके में सैनिटाइजेशन का काम भी लगातार करा रहे हैं.
अन्य खबरें
मेरठ सर्राफा बाजार में 15 जून को सोना चांदी के बदले रेट, मंडी भाव
मामूली नोकझोंक के बाद भिड़े दो पक्ष, एक युवक की गोली मारकर हत्या
तीसरा निकाह कर रहे व्यक्ति के रस्म में पहुंची दूसरी पत्नी, जमकर हुआ हंगामा
राजस्व वसूली में पश्चिमांचल ने बनाया रिकॉर्ड, 1 हजार करोड़ से अधिक की वसूली