प्रॉपर्टी नाम ना करने पर पत्नी ने की अधिवक्ता पति की पिटाई, SSP से मांगी सुरक्षा
- मेरठ से हाल ही में घरेलू हिंसा का एक ऐसा मामला सामने आया, जो वाकई हैरान कर देने वाला है. मेरठ में प्रॉपर्टी नाम नहीं करने पर अधिवक्ता की पत्नी और बच्चों ने पिटाई कर दी. अधिवक्ता ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर सुरक्षा गुहार लगाई है.
_1607966597632_1607966601713.jpg)
मेरठ. मेरठ से हाल ही में घरेलू हिंसा का एक ऐसा मामला सामने आया, जो वाकई हैरान कर देने वाला है. मेरठ में प्रॉपर्टी नाम नहीं करने पर अधिवक्ता की पत्नी और बच्चों ने पिटाई कर दी. अधिवक्ता ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर सुरक्षा गुहार लगाई है. दरअसल, सिविल लाइन थाना क्षेत्र के न्यू हनुमान पुरी सूरज कुंड रोड में रहने वाले उमेश कुमार हुड्डा अपने परिवार के साथ रहते हैं. वह पेशे से एक वकील हैं. उन्होंने बताया कि गांव में उनकी जमीन है. पत्नी मीनाक्षी जमीन को अपने नाम करानी चाहती है. अधिवक्ता ने जमीन पत्नी के नाम करने से इंकार कर दिया था. इसी बात पर दंपत्ती के बीच क्लेश रहने लगा.
जिसके बाद मीनाक्षी ने दोनों बेटों को भी अपनी तरफ कर लिया. आरोप है, कि बीते नवंबर माह में प्रॉपर्टी नाम नहीं करने पर मीनाक्षी और उसके स्वजन ने उमेश कुमार हुड्डा की पिटाई कर दी. जिसके बाद उमेश ने भागकर अपनी जान बचाई. वहीं, अधिवक्ता उमेश कुमार हुड्डा ने सिविल लाइन थाने में पत्नी और ससुरालियों के खिलाफ तहरीर दे दी.
कोरोना टीकाकरण की पर्ची घर पर पहुंचेगी,कब-कहां और कैसे मिलेगी वैक्सीन, जानें
हालांकि, तहरीर देने के बावजूद भी पुलिस आरोपितों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं कर रही है. जिसकी वजह से मीनाक्षी और उसके स्वजन अधिवक्ता को जान से मारने की धमकी दे रही है. वहीं, इस मामले में एसएसपी ने थाना प्रभारी को निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं.
अन्य खबरें
मेरठ में बारिश के बाद गिरा पारा, कोहरे के साथ ठंड बढ़ने के आसार
आधार कार्ड अपडेशन के लिए मेरठ के डाकघरों में लगे शिवर, सोशल डिस्टेंसिंग गायब
मेरठ में किसान आंदोलन में शामिल होने जा रहे नेताओं को पुलिस ने घर पर रोका
किसान आंदोलन का 17वां दिन: मेरठ में किसानों ने टोल प्लाजा फ्री कराना किया शुरू