धरने पर बैठे युवा किसान की मौत, शव रखकर प्रदर्शन, प्रशासन के सामने रखी ये मांग
- मेरठ में नई भूमि अधग्रिहण नीति के तहत मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठे युवा किसान की मौत हो गई. जिसके बाद उग्र किसानों ने मृतक का शव रखकर प्रदर्शन कर रहे है. जिला प्रशासन के सामने मृतक की मां को एक करोड़ रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी देने की मांग की है.

मेरठ. उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक किसान की मौत पर आक्रोशित किसानों ने जमकर हंगामा किया. इसके साथ ही किसानों ने मृतक का शव रास्ते पर रखकर धरने पर बैठ गए. जिसके चलते रस्ते में लम्बा जाम भी लग गया. बताया जा रहा है कि मृतक किसान नई भूमि अधिग्रहण निति के तहत मुआवजे की मांग को लेकर धरने पर बैठा था. इस धरने के दौरान ही युवा किसान की मौत हो गई. जिसका बाद किसानों ने अपनी मांगो के पूरा होने तक धरने पर बैठ गए.
पुलिस के अनुसार शताब्दी नगर सेक्टर 4 बी में भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नई भूमि अधिग्रहण निति के तहत मुआवजे की मांग को लेकर पिछले कई सालों से धरना दे रहे है. इस धरने में कंचनपुर घोपला गांव निवासी 27 वर्षीय किसान राहुल भी अपने पिता कृष्णपाल चौधरी के साथ धरने पर बैठा था. सोमवार की रात को किसी समय उसे ठंड लग जाने के चलते तबियत खराब हो गई. जिसके बाद उसकी मौत हो गई.
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युवा किसान का धरने के दौरान मौत होने पर बड़े पैमाने पर धरना स्थल पर कृषक जमा हो गए. इस दौरान भाकियू नेता विजयपाल घोपला भी पहुंचे. जिन्होंने मृतक के शव को सड़क पर रखकर हंगामा करने लगे. इसके साथ ही वहीं धरने पर भी बैठ गए. सड़क पर धरने पर बैठे किसानों की सुचना मिलते ही मौके पर जिला प्रशासन और पुलिस के आला अधिकारी पहुंचे. जिन्होंने किसानों को काफी समझाया, लेकिन किसान टस से मस नहीं हुए. किसानों ने मांग किया कि मृतक किसान की मां को एक करोड़ रुपए मुआवजा और सरकारी नौकरी दी जाए.
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