Dev Uthani Ekadashi 2021: इस बार देवउठनी एकादशी व्रत है बेहद शुभ, 25 साल बाद एक महीने में पड़ रही तीन एकादशी
- पूरे साल में 24 एकादशियां पड़ती है और हर महीने दो एकादशी होती है. लेकिन इस साल नवंबर में तीन एकादशी पड़ रही है, जिसे बेहद शुभ बताया जा रहा है. वहीं आद 14 नवंबर को देवउठनी एकादशी का व्रत व पूजन किया जाएगा. कहा जाता है कि देवउठनी का व्रत करने से भगवान विष्णु की कृपा से अक्षय फल की प्राप्ति होती है.

देवउठनी का व्रत आज 14 नवंबर को रखा जाएगा. इस दिन श्रीहरि विष्णु जी की पूजा करने का महतव है. कहा जाता है कि 4 महीने की योग निद्रा से जागने के बाद भगवान विष्णु सबसे पहले माता तुलसी की आवाज सुनते हैं. इसलिए इस दिन तुलसी विवाह का भी विधान है. देवउठनी एकादशी के दिन तुलसी और शालीग्राम की पूजा की जाती है. आइये जानते हैं आज देवउठनी व्रत और पूजा विधि के बारे में साथ ही विस्तापूर्वक जानते हैं एक महीने में तीन एकादशी के बारे में.
क्यों किया जाता है देवउठनी एकादशी- सबसे पहले जानते हैं देवउठनी एकादशी के बारे में कि आखिर क्यों रखा जाता है ये व्रत और क्या है इसका धार्मिक कारण. दरअसल कहा जाता है कि, भगवन पूरे चार मास योग निद्रा में होते हैं और आज ही के दिन वह नींद से जगते हैं. भगवान की नींद खुलने के साथ ही चतुर्मास की समाप्ति होती है और सारे शुभ व मंगल कार्य शुरु हो जाते हैं. देव उठनी एकादशी के दिन से चतुर्मास का अंत होता है जिसमें श्रावण, भाद्रपद, आश्विन और कार्तिक माह शामिल हैं. मान्यता अनुसार इन चतुर्मास के दौरान भगवान विष्णु योग निद्रा में होते हैं.
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25 साल बाद एक महीने में पड़ रही तीन एकादशी- इस साल नवंबर के हीने में तीन एकादशी पड़ रही है. ऐस संयोग 25 साल बाद देखने को मिल रहा है. 2021 में नवंबर महीने की शुरुआत एकादशी तिथि से हुई है और यह महीना एकादशी तिथि को ही समाप्त हो रहा है. ज्योतिषों की मानें तो ऐसा संयोग 25 साल बाद बन रहा है, जब एक महीने में तीन एकादशी तिथि पड़ रही है. एक नवंबर को रमा एकादशी थी और 14 व 15 नवंबर को देवउठनी एकादशी है. लेकिन 14 नवंबर को देवउठनी क व्रत रखा जाएगा. वहीं नवंबर मास की तीसरी व अंतिम एकादशी मार्ग शीर्ष मास कृष्ण पक्ष की एकादशी 30 नवंबर को पड़ेगी. इसे उतपन्ना एकादशी कहा जाता है.
Dev Uthani Ekadashi 2021: देवउठनी एकादशी आज, इन मंत्रों के जाप से खुलती है भगवान विष्णु की नींद
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